पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती भ्रष्टाचार मामले में सुजॉय कृष्ण भद्र की आवाज की जांच को लेकर भी विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. सीबीआई ने सुजॉय कृष्ण भद्र की आवाज के नमूने की जांच के बाद तीसरा पूरक आरोपपत्र पेश किया है. उस आरोपपत्र में अभिषेक बनर्जी नाम के एक व्यक्ति का नाम है.
उन्होंने अवैध भर्ती के लिए ‘कालीघाट के काकू’ ( सुजॉय कृष्ण भद्र) से 15 करोड़ रुपए की मांग की है.हालांकि, आरोप पत्र में अभिषेक बनर्जी का कोई जिक्र नहीं है. 28 पन्नों की चार्जशीट में इस बात का कोई जिक्र नहीं है कि अभिषेक कौन है या उसकी पहचान क्या है? हालांकि अन्य लोगों की पहचान लिखी हुई है. इसे लेकर बंगाल की सियासत में घमासान मच गया है.
इस बीच, डायमंड हार्बर से तृणमूल सांसद अभिषेक बनर्जी के वकील संजय बसु ने इस घटना पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, “मेरे मुवक्किल ने ईडी-सीबीआई जांच में सहयोग किया है. फिर भी सीबीआई निराधार आरोप लगा रही है. सीबीआई अभिषेक की छवि खराब करने की पूरी कोशिश कर रही है.”सीबीआई ने तीसरा पूरक आरोपपत्र किया दाखिलहाल ही में सीबीआई ने प्राथमिक भर्ती भ्रष्टाचार मामले में तीसरा पूरक आरोपपत्र दाखिल किया. उस आरोप पत्र में कहा गया है कि शांतुनु बनर्जी और कुंतल घोष के बीच सुजॉय कृष्ण भद्र के घर पर बैठक हुई थी.
वहां, कुंतल के निर्देश पर बातचीत रिकॉर्ड की गई. सीबीआई को वह रिकॉर्डिंग मिल गई है.सीबीआई के आरोप पत्र में यह भी उल्लेख किया गया है कि रिकॉर्डिंग में सुजॉय कृष्ण भद्र को यह कहते हुए सुना गया है कि अभिषेक बनर्जी नामक व्यक्ति ने प्राथमिक में अवैध नियुक्तियों के लिए 15 करोड़ रुपये की मांग की है. हालांकि, संबंधित ऑडियो में सुजॉय यह कहते हुए सुने जा सकते हैं कि वह इतने पैसे देने में असमर्थ हैं.इसके अलावा, कुंतल घोष और शांतनु बनर्जी ने दो हजार से अधिक नौकरी चाहने वालों को लक्ष्य बनाया है और कहा है कि वे उनसे 100 करोड़ रुपए वसूलेंगे.अभिषेक के वकील ने छवि खराब करने का लगाया आरोपदूसरी ओर, तृणमूल कांग्रेस के महासचिव और डायमंड हार्बर के सांसद अभिषेक बनर्जी के वकील संजय बसु ने आरोप लगाया है कि सीबीआई
‘राजनीति से प्रेरित’ तरीके से अभिषेक बनर्जी की छवि खराब करने की कोशिश कर रही है.अभिषेक के वकील संजय ने एक बयान जारी कर कहा कि सीबीआई उनके मुवक्किल की छवि खराब करने की साजिश कर रही है. इससे यह संभावना पैदा होती है कि आरोपपत्र में नामित व्यक्ति अभिषेक बनर्जी तृणमूल कांग्रेस का अखिल भारतीय महासचिव और तीन बार का लोकसभा सांसद है.अभिषेक बनर्जी के वकील का दावा है कि उनके मुवक्किल ने जांच में ईडी और सीबीआई के साथ ‘पूरा सहयोग’ किया है.
जब भी उन्हें दोनों केंद्रीय जांच एजेंसियों द्वारा बुलाया गया, वह उपस्थित हुए और आवश्यक दस्तावेज भी उपलब्ध कराए. लेकिन इसके बाद भी सीबीआई ‘निराधार’ आरोप लगा रही है.अभिषेक के वकील संजय बसु ने कहा कि, “मामले की जांच कर रही ईडी ने मेरे मुवक्किल के खिलाफ कोई आरोपपत्र दाखिल नहीं किया है. उसके खिलाफ किसी भी अपराध का कोई सबूत नहीं था. इसके बावजूद, तीसरा अतिरिक्त आरोप पत्र मेरे मुवक्किल को परेशान करने के प्रयास के अलावा और कुछ नहीं है.”