सीजी भास्कर, 18 फरवरी। नगरीय निकाय चुनाव में कांग्रेस की ऐतिहासिक हार के बाद एक बार फिर पार्टी के नेताओं के बाहर जाने का सिलसिला शुरू हो गया है। इसी कड़ी में राजनांदगाव जिले के कांग्रेस के जिलाध्यक्ष भागवत साहू ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने जिला पंचायत चुनाव के दौरान अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ डोंगरगांव विधायक दलेश्वर साहू पर षड़यंत्र का आरोप लगाते हुए इस्तीफा दे दिया है। जिलाध्यक्ष भागवत साहू ने प्रेस वार्ता कर कांग्रेस मुक्त साहू समाज की घोषणा की है। आपको बता दें कि भागवत, साहू समाज के जिलाध्यक्ष भी हैं।

कल ही पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दिल्ली पहुंचे हैं, वहीं आज शिव डहरिया और अमरजीत भगत दिल्ली पहुंच गए हैं। ये दोनों नेता भी बघेल खेमे के ही माने जाते हैं। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक कुछ और विधायक एक दो दिनों में दिल्ली पहुंच सकते हैं।

माना जा रहा है कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी में जल्द ही बदलाव हो सकता है। इसी को लेकर नेतागण दिल्ली दौड़ लगा रहे हैं। हाल ही में पूर्व सीएम भूपेश बघेल को पार्टी ने केंद्रीय संगठन में बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है, जिससे यह माना जा रहा है कि, उन्हें अब राज्य में कोई बड़ी जिम्मेदारी नहीं मिलेगी। इसी के चलते उनके खेमे के नेता पीसीसी पर अपना वर्चस्व बनाए रखने की कोशिशों में लगे हैं।

दूसरी तरफ नगरीय निकाय चुनाव में मिली बड़ी हार के बाद कांग्रेस के पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा ने भी पीसीसी चीफ के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने प्रदेश नेतृत्व में बदलाव की मांग उठाई है। कुलदीप जुनेजा ने कहा है कि नगरीय निकाय चुनाव में मैंने सिर्फ एक टिकट मांगा, मैंने आकाश तिवारी के लिए टिकट मांगा था लेकिन नहीं दी गई। अब आकाश तिवारी निर्दलीय चुनाव जीतकर पार्षद बन गए हैं। श्री जुनेजा ने साफ तौर पर कहा कि मैंने हाईकमान को पत्र लिखा है, जल्द नेतृत्व में बदलाव होगा।