सीजी भास्कर, 03 नवंबर। धान खरीदी शुरू होने में कुछ ही दिन शेष हैं, लेकिन प्रदेशभर के किसान (Agri Stack Portal) की तकनीकी दिक्कतों से जूझ रहे हैं। सर्वर डाउन, ओटीपी न आने और मोबाइल वेरिफिकेशन की समस्याओं ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
सरकार ने अब 17 नवंबर से धान खरीदी (Paddy Procurement 2025) शुरू करने की घोषणा की है। पहले यह प्रक्रिया 15 नवंबर से शुरू होनी थी, लेकिन छुट्टी के दिन पड़ने के कारण तारीख आगे बढ़ा दी गई। अब 15 नवंबर से 31 जनवरी 2026 तक खरीदी की जाएगी।
एग्री स्टैक पोर्टल पर अब भी अधूरे हैं हजारों पंजीयन
खाद्य विभाग के अनुसार, प्रदेश के लगभग 25 लाख किसानों में से अब भी हजारों किसान ऐसे हैं जिनका पंजीयन (Agri Stack Portal Registration) पर पूरा नहीं हो सका है। कई किसानों के आधार और मोबाइल नंबर अपडेट नहीं हैं, तो कुछ के फार्म सर्वर समस्या के कारण बार-बार रिजेक्ट हो रहे हैं।
कभी बारिश, कभी खाद की कमी
महासमुंद, धमतरी, राजनांदगांव सहित कई जिलों में किसानों को इस सीजन में कई संकटों से गुजरना पड़ा। पहले खाद और बीज की कमी, फिर कीट प्रकोप और नकली दवाइयों के चलते फसलें प्रभावित हुईं। इसके बाद भारी बारिश ने किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचाया। अब जब फसल तैयार है, तो पोर्टल की तकनीकी दिक्कतें किसानों के लिए नई चुनौती बन गई हैं।
प्रदेश में किसानों का आंकड़ा
प्रदेश में कुल 25 लाख पंजीकृत किसान हैं।
एकीकृत किसान पोर्टल पर पंजीकृत किसान: 24,00,221
Agri Stack Portal पर पंजीकृत किसान: 23,64,196
अभी तक अधूरे पंजीयन: 36,025
इन अधूरे पंजीयनों के कारण किसान फिलहाल धान खरीदी की पात्रता सूची में शामिल नहीं हो पा रहे हैं।
किसानों की समस्या क्या कहती है
ग्राम अर्जुनी के किसान अविनाश साहू ने बताया कि कई ग्रामीणों को अब भी ऑनलाइन प्रक्रिया की पूरी जानकारी नहीं है।
“कुछ किसानों के पास मोबाइल नहीं हैं, जो परिचितों के नंबर से पंजीयन करा रहे हैं। लेकिन जब ओटीपी गलत नंबर पर जाता है तो फार्म रिजेक्ट हो जाता है। वहीं सर्वर फेल होने और सिस्टम एरर जैसी समस्याएं आम हैं।”
डिजिटल क्रॉप सर्वे भी जारी
प्रदेश के 20 हजार गांवों में डिजिटल क्रॉप सर्वे (Digital Crop Survey) कराया जा रहा है। अब तक 23 लाख हेक्टेयर रकबे का डेटा एकत्र किया गया है, जिसे ग्रामसभा में सार्वजनिक पठन-पाठन के लिए रखा जा रहा है। विभाग ने किसानों से अपील की है कि वे अंतिम तिथि से पहले पंजीयन प्रक्रिया पूरी करें। 10 नवंबर के बाद पोर्टल बंद हो जाएगा और अधूरे पंजीयन वाले किसान खरीदी प्रक्रिया से वंचित रह सकते हैं।
