सीजी भास्कर, 21 जुलाई| AI Training For School Students India : हर क्षेत्र में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआइ) के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए केंद्र सरकार ने महत्वपूर्ण कदम उठाया है। स्कूल स्तर से एआइ की शिक्षा दिए जाने के प्रयासों के बीच कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय ने स्कूली छात्रों और शिक्षकों के लिए स्किलिंग फार एआइ रेडीनेस (एसओएआर) कार्यक्रम बनाया है। इन डिजिटल ट्रेनिंग माड्यूल का शुभारंभ मंगलवार को कौशल विकास एवं उद्यमशीलता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जयंत चौधरी ने किया और कहा कि छात्र कौशल को विकल्प नहीं, प्राथमिकता के रूप में लें।
नेशनल काउंसिल फार वोकेशनल एजुकेशन एंड ट्रेनिंग (एनसीवीईटी) द्वारा तैयार इस कार्यक्रम में सरकार का सोच सभी को एआइ के संबंधित आवश्यक प्रशिक्षण दिलाने का है। मंत्रालय का मानना है कि एआइ संबंधी प्रशिक्षण को स्कूली शिक्षा से जोड़कर उसी स्तर से प्रयास किए जाएं तो भविष्य के लिए ऐसी पीढ़ी तैयार होती जाएगी। इसके लिए आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस कोई चुनौती नहीं होकर, अवसर बन जाएगी। इसे देखते हुए ही स्कूली शिक्षा स्तर के चार एआइ ट्रेनिंग माड्यूल बनाए गए हैं।
छात्रों के लिए पंद्रह-पंद्रह घंटे के तीन पाठ्यक्रम (एआइ टू बी अवेयर, एआइ टू एक्वायर और एआइ टू एस्पायर) हैं, जबकि शिक्षकों के लिए 45 घंटे का एक पाठ्यक्रम (एआइ फार एजुकेटर्स) है। यह सभी ट्रेनिंग माड्यूल आनलाइन मोड में होंगे। छात्र जब स्किल इंडिया डिजिटल हब पोर्टल पर पंजीकरण करेंगे तो उसके साथ ‘अपार आइडी’ भी देनी होगी, जो कि स्कूली शिक्षा का सारा ब्योरा रखने के लिए है। अपार आइडी से लिंक होने के बाद प्रशिक्षण की प्रक्रिया आगे बढ़ेगी। प्रशिक्षण पूरा होने के बाद आनलाइन ही आकलन होगा कि छात्र कितना प्रशिक्षित हुआ। अगले चरण में आटोमैटिक प्रमाण-पत्र तैयार हो जाएगा और छात्र का वह डाटा स्किल इंडिया डिजिटल हब के साथ ही अवार्डिंग बाडी के पास चला जाएगा।
यह प्रशिक्षण करने पर छात्रों को एक माड्यूल पूरा करने पर छात्रों के अकादमिक खाते में 0.5 अंक क्रेडिट हो जाएंगे, जबकि 45 घंटे की ट्रेनिंग के बाद शिक्षकों को 1.5 क्रेडिट अंक मिलेंगे। कार्यक्रम में केंद्रीय वाणिज्य एवं व्यापार राज्य मंत्री जितिन प्रसाद, शिक्षा राज्य मंत्री डा. सुकांत मजूमदार और सचिव रजित पुन्हानी ने इंडिया स्किल्स-2025 की नई गाइडलाइन, एनसीवीईटी डिजिटल एंटरप्राइजेज पोर्टल, असेसमेंट एजेंसी और अवार्डिंग बाडी के लिए नई गाइडलाइन, इंडिया सेमीकंडक्टर ईकोसिस्टम वर्कफोर्स स्ट्रेटजी रिपोर्ट, स्किल इम्पेक्ट बांड रिपोर्ट आदि का विमोचन भी किया। भारत में फ्रांस के राजदूत थिरे मथाऊ के साथ एमओयू का आदान-प्रदान भी किया। कई अन्य प्रतिष्ठित संस्थानों के साथ भी कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय के एमओयू हस्ताक्षर हुए।