सीजी भास्कर, 03 नवंबर | अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय से संबद्ध (ABVV affiliated colleges) संस्थानों में प्रशासनिक लापरवाही एक बार फिर चर्चा में है। बिलासपुर, लोरमी, मस्तूरी और रतनपुर क्षेत्र के पांच कॉलेज अब भी (AISHE Data Upload) नहीं कर पाए हैं, जबकि उच्च शिक्षा विभाग ने इसके लिए कई बार समयसीमा बढ़ाई थी। अब विभाग ने इन कॉलेजों को 15 नवंबर तक का अंतिम अवसर दिया है, अन्यथा इन्हें ब्लैकलिस्ट किया जाएगा।
ब्लैकलिस्ट की चेतावनी से हड़कंप, अब तक नहीं भेजी जानकारी
विश्वविद्यालय से संबद्ध 124 कॉलेजों को सत्र 2025–26 के लिए (AISHE Data Upload) के तहत अपने छात्रों, शिक्षकों, कोर्स, आय-व्यय और अल्पसंख्यक योजनाओं से जुड़ी जानकारी अपलोड करनी थी। यह प्रक्रिया हर वर्ष केंद्र सरकार की हायर एजुकेशन सर्वे पॉलिसी के तहत अनिवार्य होती है, लेकिन पांच कॉलेजों ने अब तक यह कार्य पूरा नहीं किया।
AISHE Data Upload : ये पांच कॉलेज हैं विभाग की निगाह में
- मां डिडनेश्वरी महाविद्यालय, मल्हार मस्तूरी
- ममतामयी मिनीमाता कॉलेज, लोरमी
- सांदीपनि एकेडमी, पेंड्री मस्तूरी
- श्री सिद्धि विनायक महाविद्यालय, बिलासपुर
- विद्यसागर महाविद्यालय, बर्रीडीह रतनपुर
विश्वविद्यालय प्रशासन ने बताया कि इन कॉलेजों को कई बार (AISHE Portal Reminder) भेजे जा चुके हैं। बावजूद इसके, संस्थान जानकारी अपलोड नहीं कर रहे हैं। अब यदि तय तिथि तक डाटा अपलोड नहीं हुआ, तो न सिर्फ अनुदान और छात्रवृत्ति बंद की जाएगी, बल्कि संबद्धता भी रद्द की जा सकती है।
क्यों जरूरी है (AISHE Data Upload) करना
एआईएसएचई पोर्टल केंद्र सरकार के शिक्षा मंत्रालय के अंतर्गत देशभर के कॉलेजों से डेटा एकत्रित करता है, जिससे उच्च शिक्षा की स्थिति का सटीक मूल्यांकन होता है। इन आंकड़ों के आधार पर ही छात्रवृत्ति, अनुसंधान अनुदान, और अल्पसंख्यक सहायता योजनाएं तय की जाती हैं। अगर कॉलेज समय पर डेटा अपलोड नहीं करते, तो उनके छात्र इन योजनाओं से वंचित रह जाते हैं।
ब्लैकलिस्ट का मतलब और प्रभाव
ब्लैकलिस्ट किए गए कॉलेजों को विश्वविद्यालय की ओर से मिलने वाली सभी सुविधाओं पर रोक लग जाएगी — जैसे कि (Grant Suspension), संबद्धता नवीनीकरण, सरकारी योजनाओं में भागीदारी, और छात्रवृत्ति वितरण। विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि यह कदम शिक्षा व्यवस्था में पारदर्शिता और अनुशासन बनाए रखने के लिए जरूरी है।
प्रदेश में बाकी विश्वविद्यालयों का प्रदर्शन
छत्तीसगढ़ के अन्य विश्वविद्यालय जैसे रायपुर और दुर्ग ने अपने अधिकतर कॉलेजों का डेटा समय पर अपलोड कर लिया है। केवल बिलासपुर क्षेत्र में कुछ कॉलेज पिछड़ रहे हैं। उच्च शिक्षा विभाग ने निर्देश जारी कर कहा है कि सभी संस्थान 15 नवंबर से पहले डेटा अपलोड सुनिश्चित करें, ताकि किसी भी छात्र को नुकसान न पहुंचे।
छात्रों पर पड़ेगा सीधा असर
कॉलेजों की इस लापरवाही का सबसे बड़ा नुकसान छात्रों को होगा। छात्रवृत्ति, फीस रियायत और अल्पसंख्यक योजनाओं का लाभ रुक सकता है। विशेष रूप से आर्थिक रूप से कमजोर और दिव्यांग छात्रों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। विश्वविद्यालय ने कॉलेजों से अपील की है कि वे अपनी जिम्मेदारी समझें और समय पर (AISHE Data Upload) प्रक्रिया पूरी करें, ताकि छात्रों का भविष्य सुरक्षित रहे।
