सीजी भास्कर, 9 नवंबर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मुख्यमंत्री निवास में विश्वकप विजेता भारतीय महिला क्रिकेट टीम की फिजियोथेरेपिस्ट और छत्तीसगढ़ की बेटी आकांक्षा सत्यवंशी (Akanksha Satyavanshi) से सौजन्य मुलाकात की।
मुख्यमंत्री ने आकांक्षा को मेडल पहनाकर और स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि आकांक्षा की सफलता पूरे छत्तीसगढ़ की सफलता है। महिला क्रिकेट टीम की वर्ल्ड कप जीत में प्रदेश की बेटी के शामिल होने से हर छत्तीसगढ़वासी को गर्व की अनुभूति हुई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आकांक्षा (Akanksha Satyavanshi) ने यह साबित कर दिया है कि छत्तीसगढ़ की बेटियां किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार खेल, शिक्षा और कौशल विकास को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। सरकार खेल अलंकरण
सम्मान को पुनः प्रारंभ कर रही है तथा ओलंपिक में भाग लेने और पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को विशेष प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में बस्तर ओलंपिक जैसे आयोजनों के माध्यम से सुदूर अंचलों की खेल प्रतिभाओं को मंच मिल रहा है।
आकांक्षा सत्यवंशी (Akanksha Satyavanshi) ने मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान कहा कि छत्तीसगढ़ मेरी जन्मभूमि और कर्मभूमि है। यहां की मिट्टी, लोगों के संस्कार और शिक्षा ने मुझे यह मुकाम हासिल करने की ताकत दी है। उन्होंने कहा कि यद्यपि वह मैदान में सक्रिय खिलाड़ी नहीं थीं, लेकिन खिलाड़ियों की फिटनेस और मानसिक मजबूती बनाए रखने की पूरी जिम्मेदारी उनकी थी। उन्होंने कहा कि वर्ल्ड कप जीतना न केवल भारतीय महिला टीम की, बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ की जीत है।
मुलाकात के दौरान आकांक्षा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ टीम की हुई भेंट का जिक्र करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री हमेशा फिटनेस को जीवनशैली का हिस्सा मानने की प्रेरणा देते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री की सक्रियता और अनुशासन सभी के लिए प्रेरणा है। उन्होंने कहा कि नियमित दिनचर्या, संतुलित आहार और योग ही फिट रहने का सबसे बड़ा मंत्र है।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आकांक्षा की उपलब्धि की सराहना करते हुए उन्हें 10 लाख रुपये की सम्मान राशि देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि आकांक्षा की यह सफलता आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनेगी।
गौरतलब है कि दुर्ग में जन्मी आकांक्षा सत्यवंशी का परिवार रायपुर में निवास करता है और उनका पैतृक गांव कवर्धा में है। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा और फिजियोथेरेपी में स्नातक की पढ़ाई छत्तीसगढ़ से पूरी की और मास्टर्स की डिग्री कटक से हासिल की। वर्ष 2019 में उन्होंने छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट टीम के साथ बतौर फिजियोथेरेपिस्ट करियर की शुरुआत की।
साल 2022 में आकांक्षा को भारतीय अंडर-19 महिला क्रिकेट टीम के साथ वर्ल्ड कप अभियान में शामिल किया गया। उन्होंने खिलाड़ियों की फिटनेस, रिकवरी और मानसिक मजबूती पर विशेष ध्यान दिया। उनके समर्पण और पेशेवरता के कारण भारतीय महिला टीम ने विश्व स्तर पर शानदार प्रदर्शन करते हुए इतिहास रच दिया।
