सीजी भास्कर, 28 जून। बारिश के मौसम में बिजली से करंट का खतरा बढ़ जाता है और बिजली के खंभों, एचटी लाइन, तारों और घर पर करंट के कारण कई हादसे देखने को मिलते हैं।
इन हादसों में कई बार लोगों की जान तक चली जाती है। इसका कारण जानकारी का अभाव है।
इससे बचने के लिए विभाग ने एडवाइजरी जारी की है। छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड ने जनता को आगाह करते हुए कहा है कि जरा सी असावधानी की वजह से करंट बड़ी घटना का कारण बन सकती है।
इसलिए विद्युत लाइनों, ट्रांसफॉर्मर और उपकरणों के साथ किसी भी तरह की छेड़छाड़ न करें, सुरक्षित दूरी बनाए रखें।
इमरजेंसी में टोल फ्री नंबर में कॉल करें
यदि आंधी-तूफान में खंबे, तार आदि टूटे हों, तो इसकी सूचना तत्काल कंपनी के टोल फ्री नं. 1912 पर, मोर बिजली एप एवं समीप के वितरण केन्द्र या जोन कार्यालय में दें।
बारिश में बिजली के खंभों, तारों, और ट्रांसफॉर्मर से दूर रहें और किसी भी क्षतिग्रस्त लाइन या उपकरण को न छुएं। यदि आपको करंट लगने की आशंका है, तो तुरंत बिजली विभाग को सूचित करें।
जहां बिजली के तार या उपकरण हो वहां बारिश के पानी में करंट फैल सकता है, इसलिए पानी में न चलें या न तैरें। बिजली के उपकरणों का उपयोग करते समय, सुनिश्चित करें कि आपके पैर सूखे हों और आप रबर या प्लास्टिक के जूते पहने हों।
इस तरह की सावधानियां को ध्यान में रखते हुए बरसात के मौसम में बिजली से सतर्कता बरतनी चाहिए। बरसात के मौसम की शुरुआत के साथ ही बिजली विभाग सतर्क हो गया है।
इन बातों का रखे ध्यान
विभाग बारिश से पहले सभी फीडरों, ट्रांसफार्मरों और तारों की जांच कर चुका है। लेकिन नागरिकों की सतर्कता भी उतनी ही जरूरी है। हादसों को रोकने के लिए उपभोक्ताओं को भी कुछ बातें ध्यान रखना आवश्यक है-
- विद्युत दुर्घटनाओं से बचने के लिए घरों और खेतों आदि में बिजली के गुणवत्तापूर्ण उपकरणों का उपयोग करें।
- बाड़ी , खेतों की बाड़ , कंटीले तार आदि में विद्युत प्रवाहित न करें। यह अनाधिकृत है, इससे किसी की जान भी जा सकती है एवं विभाग द्वारा खेत या बाड़ी के मालिक पर कानूनी कार्यवाही की जा सकती है।
- विद्युत लाईनों, उपकरणों/ट्रांसफॉर्मर आदि में खराबी आने पर अनाधिकृत रूप से उनको सुधारने का प्रयास न करें। ऐसी स्थिति में विभाग के संबंधित कर्मचारी , अधिकारी को सूचित करें।
- बिजली की लाईनों के नीचे और उनके समीप बिल्कुल स्थायी अथवा अस्थायी निर्माण ना करें। विद्युत लाईनों से सुरक्षित दूरी बनाए रखें।
- यदि बिजली का तार टूटकर जमीन पर गिरा पाया जाता है , तो उससे दूर रहे तथा अन्य व्यक्तियों को भी दूर रहने की सलाह दें। इसकी जानकारी तुरंत संबंधित लाइनमैन , कनिश्ठ अभियंता को देकर विद्युत प्रवाह बंद करावें।
- नदी, नालों, तालाबों आदि में बिजली का तार टूटकर गिरा पाये जाने पर उनके अंदर न जायें, तथा पर्याप्त दूरी बनाये रखें। इसकी सूचना संबंधित लाईन कर्मचारी , कनिश्ठ अभियंता को तुरंत देकर विद्युत प्रवाह बंद करावें।
- विद्युत लाइनों से सीधे हुकिंग कर बिजली का अनाधिकृत उपयोग न करे, यह खतरनाक हो सकता है।
- कपड़े सुखाने के लिए बिजली के खंभे और स्टे तार आदि का उपयोग ना करें। कपड़े सुखाने वाले तार की विद्युत उपकरणों , लाईनों से पर्याप्त दूरी रखें।
- विद्युत लाईनों से छेड़छाड़ न करें एवं कटी-फटी सर्विस लाईनों का उपयोग न करें।
- अस्थायी कनेक्श्न हेतु कटे-फटे वायर का उपयोग न करें। पर्याप्त लंबाई की बल्लियों का उपयोग करें, ताकि लाईन की जमीन से पर्याप्त ऊंचाई रहे।
- बच्चों को विद्युत उपकरणों/लाईनों के आसपास न खेलने दें।
यदि कोई व्यक्ति तारों के संपर्क में आ जाता है तो निम्न सावधानी बरतनी चाहिए-
- स्विच से विद्युत प्रवाह तुरंत बंद कर दे।
- यदि स्विच बंद न कर सकें तो दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को सूखी रस्सी, सूखा कपड़ा या सूखी लकड़ी की सहायता से तारों से अलग करें। ऐसा न करने से सहायता करने वाले को भी बिजली का झटका लग सकता है।
- दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को सूखी जमीन या सूखे फर्श पर लिटाएं और कृत्रिम सांस देकर उसका प्रथम उपचार करें एवं अस्पताल पहुंचाने की शीघ्र व्यवस्था करें।