सीजी भास्कर, 15 नवंबर। एंबुलेंस कर्मियों ने एक मरीज को झाड़ी में फेंका और चले गए जिससे मरीज की मौत भी हो गई। असिस्टेंट चीफ मेडिकल ऑफिसर ने कहा है कि पूरे मामले की जांच की जाएगी। दोषी पाए जाने पर आरोपियों के खिलाफ सख्त विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
आपको बता दें कि बिहार के औरंगाबाद से सनसनीखेज घटना सामने आई है। यहां एंबुलेंस से एक मरीज को अस्पताल ले जाया जा रहा था, इसी बीच एंबुलेंस कर्मचारियों ने मरीज को वाहन से निकालकर झाड़ी में फेंक दिया और चले गए। इस घटना में मरीज की मौत हो गई। सड़क से गुजर रहे राहगीरों की शव पर नजर पड़ी तो उन्होंने तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
मिली जानकारी के अनुसार किसी हादसे में जख्मी होने के बाद एक शख्स को औरंगाबाद के सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसी बीच गंभीर स्थिति को देखते हुए अस्पताल के डॉक्टरों ने उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया। अस्पताल प्रबंधन ने एंबुलेंस के ड्राइवर, स्ट्रेचरमैन और एक और कर्मी को मरीज को हायर सेंटर पहुंचाने का जिम्मा सौंपा। एंबुलेंस कर्मी और स्ट्रेचरमैन गाड़ी में मरीज को लेकर हायर सेंटर के लिए निकले लेकिन रास्ते में ही मरीज को झाड़ी में फेंक दिया और वहां से चले गए। पुलिस ने एंबुलेंस के साथ जा रहे कर्मी हरेंद्र कुमार और स्ट्रेचरमैन सुरंजन कुमार को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस एंबुलेंस के ड्राइवर की तलाश में जुटी है। पूछताछ में आरोपी हरेंद्र कुमार और स्ट्रेचरमैन सुरंजन कुमार ने अस्पताल प्रबंधन पर ही गंभीर आरोप लगाए हैं। दोनों ने पुलिस को बताया है कि अस्पताल के डीएस आशुतोष कुमार सर ने ही उन्हें मरीज को सड़क किनारे छोड़ने के लिए कहा था।
पुलिस ने बताया कि मरीज का शव दो दिन पहले झाड़ी में मिला था। सदर अस्पताल के सीसीटीवी कैमरों के फुटेज को खंगाला गया। स्ट्रेचरमैन उक्त मरीज को एंबुलेंस में लादता नजर आया है। इसके बाद आरोपियों की गिरफ्तारी हुई। असिस्टेंट चीफ मेडिकल ऑफिसर (एसीएमओ) के किशोर कुमार ने कहा कि यह गैर जिम्मेदाराना हरकत है। पूरे मामले की जांच की जाएगी और दोषी पाए जाने पर आरोपियों के खिलाफ सख्त विभागीय कार्रवाई की जाएगी।