सीजी भास्कर, 29 सितंबर। गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah Message) ने माओवादियों और उनके समर्थकों को स्पष्ट संदेश दिया है कि सरकार किसी भी तरह का संघर्ष विराम (Ceasefire) स्वीकार नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि जो उग्रवादी आत्मसमर्पण करना चाहते हैं, वे हथियार डाल दें, सुरक्षा बल उन पर एक भी गोली नहीं चलाएंगे।
श्यामा प्रसाद मुखर्जी रिसर्च फाउंडेशन द्वारा आयोजित ‘माओवाद मुक्त भारत : प्रधानमंत्री मोदी (Amit Shah Message) के नेतृत्व में समाप्त होता लाल आतंकवाद’ विषयक विचार गोष्ठी में बोलते हुए शाह ने वाम दलों द्वारा लिखे गए संघर्ष विराम पत्र को भ्रामक बताया। उन्होंने कहा— “हाल ही में एक पत्र लिखा गया जिसमें कहा गया कि संघर्ष विराम की घोषणा होनी चाहिए और हम माओवादी आत्मसमर्पण करना चाहते हैं। लेकिन मैं साफ कर देना चाहता हूँ, कोई सीजफायर नहीं होगा। आत्मसमर्पण कीजिए, हथियार डाल दीजिए, गोली नहीं चलेगी।”
गृह मंत्री ने कहा कि सरकार ने मार्च 2026 तक देश को माओवाद मुक्त करने का संकल्प (Amit Shah Message) लिया है और इस दिशा में निर्णायक कदम उठाए जा रहे हैं। शाह ने यह भी कहा कि जो लोग यह प्रचार कर रहे हैं कि विकास नहीं होने से वामपंथी उग्रवाद फैला, वे जनता को गुमराह कर रहे हैं।
उनके अनुसार, “माओवाद प्रभावित इलाकों तक विकास नहीं पहुंचने का कारण गरीबी या उपेक्षा नहीं है, बल्कि माओवादी हिंसा है। जिनके हाथ में हथियार हैं, उन्हें आदिवासियों की चिंता नहीं, बल्कि खत्म हो चुकी वामपंथी विचारधारा को बचाने की चिंता है।”
यह बयान इसलिए भी अहम माना जा रहा है क्योंकि हाल ही में भाकपा (माओवादी) की ओर से संघर्ष विराम की पेशकश की गई थी।