सीजी भास्कर, 29 सितम्बर। नई दिल्ली में आयोजित ‘नक्सल मुक्त भारत’ विषयक सेमिनार में गृहमंत्री अमित शाह ने साफ कहा कि Amit Shah on Naxal Surrender को लेकर सरकार की नीति स्पष्ट है। उन्होंने कहा कि नक्सली अगर हथियार डालकर मुख्यधारा में लौटते हैं तो उनका स्वागत रेड कार्पेट से होगा। लेकिन युद्धविराम का कोई सवाल ही नहीं है।
शाह बोले – गोली का जवाब गोली से Amit Shah on Naxal Surrender
गृहमंत्री ने कहा कि 31 मार्च 2026 तक देश को नक्सलवाद से मुक्त करने का लक्ष्य है। सुरक्षाबलों की वीरता ने इस दिशा में बड़ी प्रगति दी है। शाह ने दोहराया कि यदि नक्सली आत्मसमर्पण करते हैं तो सुरक्षा बल एक भी गोली नहीं चलाएंगे। लेकिन अगर वे हिंसा का रास्ता चुनते हैं तो जवाब भी वैसा ही दिया जाएगा। Amit Shah on Naxal Surrender का यही संदेश है।
छत्तीसगढ़-ओडिशा बॉर्डर पर तीन इनामी नक्सली ढेर
इसी बीच, छत्तीसगढ़-ओडिशा सीमा पर कांकेर और गरियाबंद पुलिस ने DRG व BSF के साथ मिलकर बड़ी कार्रवाई की। तियारपानी जंगल में हुई मुठभेड़ में तीन इनामी नक्सली मारे गए। इनमें सीतानदी एरिया कमेटी का कमांडर श्रवण, नगरी एरिया कमेटी का डिप्टी कमांडर राजेश और सहयोगी बसंती शामिल हैं। इन पर 8 लाख, 5 लाख और 1 लाख का इनाम घोषित था।
मुठभेड़ का पूरा घटनाक्रम Amit Shah on Naxal Surrender
सूत्रों के मुताबिक जवानों को नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी। सर्च ऑपरेशन के दौरान जंगल में छिपे नक्सलियों ने गोलीबारी शुरू की। सुरक्षाबलों ने मोर्चा संभालते हुए जवाबी फायरिंग की और तीन नक्सली मारे गए। मौके से SLR, थ्री-नॉट-थ्री राइफल और 12 बोर बंदूक जब्त की गई।
शवों को ट्रक में लाकर कांकेर पहुंचाया गया
कांकेर SP कल्याण एलिसेला ने पुष्टि की कि तीनों नक्सलियों के शव जवानों ने ट्रक में भरकर जिला मुख्यालय पहुंचाए। यह कार्रवाई कांकेर DRG, BSF और गरियाबंद पुलिस की संयुक्त टीम ने की।
नारायणपुर में विस्फोटक और नक्सली सामग्री बरामद
नारायणपुर जिले में भी बड़ी सफलता हाथ लगी। अबूझमाड़ के कोडलियार मिचिंगपारा जंगल से सुरक्षाबलों ने भारी मात्रा में विस्फोटक, नक्सली साहित्य, बैटरी, स्विच और नक्सली वर्दियां बरामद कीं। मामला कोहकामेटा थाना क्षेत्र का है।
लगातार जारी है अभियान Amit Shah on Naxal Surrender
सिर्फ 6 दिन पहले नारायणपुर जिले में मुठभेड़ में सेंट्रल कमेटी के दो बड़े नक्सली मारे गए थे। दोनों पर 1.8 करोड़ का इनाम था। वहीं 11 सितंबर को गरियाबंद जिले में 10 इनामी नक्सली ढेर किए गए थे, जिनमें 5 करोड़ का इनामी नक्सली मोडेम बालाकृष्ण भी शामिल था।
समापन – नक्सलवाद पर निर्णायक वार
स्पष्ट है कि सरकार और सुरक्षाबलों की रणनीति नक्सलवाद पर निर्णायक वार कर रही है। Amit Shah on Naxal Surrender (फोकस कीवर्ड) का संदेश साफ है – सरेंडर कर मुख्यधारा में लौटो, वरना गोलियों का सामना करो।