सीजी भास्कर, 29 जुलाई |
दंतेवाड़ा, छत्तीसगढ़:
जिले के गीदम क्षेत्र में NMDC की स्लरी पाइपलाइन परियोजना के तहत खोदे गए खुले गड्ढे में गिरने से एक 11 वर्षीय मासूम की जान चली गई। मृतक अपनी छोटी बहन के साथ स्कूल से लौट रहा था। दोनों भाई-बहन सड़क किनारे पानी से हाथ-पैर धोने पहुंचे थे, तभी यह हादसा हुआ। बहन को मौके पर मौजूद राहगीरों ने बचा लिया, लेकिन भाई की पानी में डूबने से मौत हो गई।
क्या है पूरा मामला?
यह दर्दनाक घटना गीदम थाना क्षेत्र के अंतर्गत हाउरनार ग्राम पंचायत की है। यहां NMDC द्वारा स्लरी पाइपलाइन बिछाने के लिए मुख्य सड़क किनारे करीब 10 फीट गहरा गड्ढा खोदा गया था, जो पानी से पूरी तरह भरा हुआ था। सोमवार शाम को टिकेश्वर सिंह (11 वर्ष) और उसकी बहन स्कूल से घर लौट रहे थे। गर्मी और धूल मिट्टी के चलते दोनों गड्ढे के पास पानी से हाथ धोने लगे। इसी दौरान टिकेश्वर का पैर फिसल गया और वह सीधे पानी में गिर गया।
बहन ने बचाने की कोशिश की, राहगीर बने फ़रिश्ता
भाई को डूबता देख बहन घबरा गई और उसे बचाने के लिए खुद भी पानी में कूद पड़ी। लेकिन दोनों ही बच्चे डूबने लगे। संयोगवश कुछ राहगीर उस वक्त वहां से गुजर रहे थे। उन्होंने स्थिति को भांपते हुए तुरंत पानी में छलांग लगाई और बहन को बाहर निकाल लिया। लेकिन टिकेश्वर को बेहोशी की हालत में अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
NMDC पर लापरवाही के आरोप, लोगों में गुस्सा
हादसे के बाद गांव में आक्रोश फैल गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि NMDC ने महीनों पहले पाइपलाइन बिछाने के लिए खुदाई तो की, लेकिन उसे पूरा नहीं किया गया। यह गड्ढा यूं ही खुला पड़ा था और इसमें बारिश का पानी भर गया था। लोगों के मुताबिक इससे पहले भी कई मवेशी इस गड्ढे में गिर चुके हैं, लेकिन अब बच्चे की जान चली गई।
प्रशासन और पुलिस ने क्या कहा?
घटना की सूचना मिलने के बाद गीदम पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी है। परिजन और ग्रामीणों ने NMDC के खिलाफ लापरवाही का आरोप लगाते हुए सख्त कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने फिलहाल मामले को दर्ज कर लिया है और आगे की कार्रवाई जारी है।