सीजी भास्कर 4 नवम्बर तमिलनाडु के तिरुवन्नामलाई जिले के कोविलूर गांव में स्थित एक प्राचीन शिव मंदिर में चल रहे जीर्णोद्धार कार्य के दौरान हुई (Ancient Gold Coins Discovery) ने इतिहास प्रेमियों और पुरातत्वविदों को चौंका दिया है। मरम्मत के दौरान मजदूरों को मिट्टी के एक घड़े में रखे 100 से अधिक पुराने सोने के सिक्के मिले, जिससे पूरे क्षेत्र में उत्सुकता फैल गई है।
मंदिर के गर्भगृह में मिला खजाना
सूत्रों के अनुसार, मंदिर के गर्भगृह (Sanctum Area) में मरम्मत कार्य चल रहा था। इसी दौरान मजदूरों को मिट्टी के नीचे एक मिट्टी का घड़ा मिला। जब उसे सावधानी से खोला गया, तो उसमें 103 सोने की मुद्राएं थीं। तुरंत पुलिस और प्रशासन को इसकी जानकारी दी गई।
Ancient Gold Coins Discovery : चोल वंश से जुड़ा ऐतिहासिक मंदिर
स्थानीय अधिकारियों का कहना है कि यह मंदिर संभवतः चोल सम्राट राजराजा चोलन तृतीय (Chola Dynasty Era) के शासनकाल में निर्मित हुआ था। विशेषज्ञों का मानना है कि मिले हुए सिक्के चोल काल की धरोहर हो सकते हैं। उस समय मंदिर केवल पूजा का स्थान नहीं, बल्कि व्यापार और संस्कृति के केंद्र भी हुआ करते थे।
अधिकारियों ने संभाला मामला, सिक्के लिए कब्जे में
सूचना मिलते ही राजस्व विभाग और हिंदू धार्मिक एवं धर्मार्थ निधि (HR&CE) विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने घड़ा और सिक्कों को अपने कब्जे में लेकर जांच शुरू की। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि यह मामला किसी आपराधिक जांच से संबंधित नहीं है, बल्कि (Heritage Investigation) के तहत लिया गया है।
Ancient Gold Coins Discovery : इतिहासकार जुटे सिक्कों की पहचान में
इतिहास विभाग ने विशेषज्ञों की एक विशेष टीम गठित की है जो इन सोने की मुद्राओं की उम्र, धातु संरचना और संभावित ऐतिहासिक महत्व का अध्ययन करेगी। प्रारंभिक अनुमान है कि ये सिक्के लगभग 800 से 1000 साल पुराने हो सकते हैं। इससे उस दौर की आर्थिक व्यवस्था और व्यापारिक गतिविधियों के बारे में नई जानकारियां मिलने की उम्मीद है।
श्रद्धालुओं और ग्रामीणों में उत्साह
घटना के बाद आसपास के क्षेत्रों में भारी भीड़ जुटी। ग्रामीण इस खोज को शुभ संकेत मान रहे हैं। मंदिर के पुजारियों ने कहा कि यह खोज “भगवान शिव की कृपा” है और इसे तमिल संस्कृति की समृद्ध परंपरा का प्रमाण माना जा रहा है।
पुरातत्व विभाग करेगा विस्तृत सर्वेक्षण
राज्य पुरातत्व विभाग के अधिकारियों ने मंदिर परिसर में और खुदाई की संभावना जताई है। टीम अब यह पता लगाने में जुटी है कि क्या यहां और (Gold Artifacts) या ऐतिहासिक वस्तुएं दबे हो सकते हैं।
