सीजी भास्कर, 15 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में 12वीं कक्षा की एक छात्रा का अपहरण कर गैंगरेप किए जाने का मामला सामने आया है। विरोध करने पर आरोपियों ने छात्रा के साथ जमकर मारपीट भी की और उसे मरा समझकर सड़क किनारे छोड़कर भाग गए। इतना ही नहीं पीड़ित छात्रा के परिजनों की पुलिस ने रिपोर्ट तक नहीं लिखी, वे एफआईआर दर्ज कराने के लिए भटकते रहे। आखिरकार 48 घंटे बाद पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव के हस्तक्षेप के बाद पुलिस ने केस दर्ज किया। जिसके बाद ही पीड़िता का इलाज शुरू हो सका।
सूरजपुर जिले में 12वीं की छात्रा से गैंगरेप का मुख्य आरोपी EX क्लासमेट फंदे पर लटकता मिला है। जंगल में जहां दुष्कर्म हुआ वहीं पेड़ पर कांता सिंह की लाश मिली है। वारदात में कांता सिंह के साथ 5 और आरोपी शामिल थे। दुष्कर्म के बाद लड़की को जमकर पीटा किया गया, बेहोश होने पर छात्रा को मृत समझकर आरोपी भाग निकले थे। मामला रामानुज नगर थाने का है।
जानकारी के मुताबिक पीड़िता सूरजपुर जिले के श्रीनगर थाना क्षेत्र स्थित गांव की रहने वाली है। 12 अक्टूबर को वह सहेलियों के साथ दशहरा देखने के लिए गई थी। कार्यक्रम के दौरान पूर्व में क्लास में पढ़ने वाला कांता सिंह नाम का युवक मिला। बताया जा रहा है कि बातचीत के दौरान पीड़िता को जब प्यास लगी तो कांता सिंह पानी की बोतल लेने चला गया। इसी दौरान उसने पानी में नशीली दवाई मिलाकर पिला दिया।
घर छोड़ने के नाम पर कांता सिंह ने अर्ध बेहोशी की हालत में उसे जंगल ले गया। जहां उसनेअपने 5 अन्य साथियों के साथ मिलकर छात्रा के साथ दुष्कर्म किया। विरोध करने पर आरोपियों ने उसके साथ मारपीट की और जब वह बेहोश हो गई तो उसे मरा समझकर सड़क के किनारे छोड़कर भाग गए।
छात्रा किसी तरह अपने घर पहुंची। घटना के बाद परिवार वाले इलाज और एफआईआर दर्ज कराने के लिए भटकते रहे। बगैर एमएलसी के कोई भी अस्पताल या डॉक्टर इलाज करने के लिए तैयार नहीं हुआ। वहीं जिले में मुख्यमंत्री का कार्यक्रम बताकर पुलिस ने भी रिपोर्ट दर्ज करने से इंकार कर दिया।
मामले की जानकारी जब पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव को लगी तो उन्होंने तुरंत आईजी अंकित गर्ग को फोन किया। सिंहदेव ने पुलिस कै गैरजिम्मेदाराना रवैया पर जमकर नाराजगी जताई, तब जाकर पुलिस ने पीड़िता की रिपोर्ट दर्ज की। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पीड़िता को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया जहां उसका इलाज जारी है।
सूरजपुर एडिशनल एसपी संतोष महतो के मुताबिक युवती के पिता की रिपोर्ट पर रामानुजगंज थाने में 13 अक्टूबर को कांता सिंह के खिलाफ रामानुजनगर थाने में मारपीट का अपराध दर्ज किया गया है। उस समय युवती के पिता या छात्रा ने जो जानकारी दी, उसके हिसाब से एफआईआर लिखी गई है। अंबिकापुर जाकर वे अगर गैंगरेप की जानकारी दे रहे हैं तो इसकी जांच कराई जाएगी और रिपोर्ट मिलने के बाद कार्रवाई होगी।
परिजनों ने बताया कि छात्रा को लेकर सूरजपुर हॉस्पिटल पहुंचे। पुलिस रिपोर्ट नहीं होने के कारण अस्पतालों में उसका इलाज नहीं हुआ। इसके बाद परिजन मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर छात्रा को लेकर पहुंचे। यहां छात्रा को गंभीर चोट के बाद भी बिना MLC नहीं हुआ।