सीजी भास्कर, 30 जून : एशिया कप 2025 (Asia Cup 2025) को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) ने सितंबर में इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट के आयोजन का मन बना लिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत और पाकिस्तान दोनों टीमें इस बार एक बार फिर क्रिकेट मैदान पर आमने-सामने हो सकती हैं। एशिया कप 2025 को लेकर अब तस्वीर साफ होती जा रही है।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में तनाव की वजह से यह आशंका थी कि शायद इस बार दोनों देशों के बीच मुकाबला नहीं होगा। लेकिन अब ऐसी रिपोर्ट सामने आई है जिसमें कहा गया है कि क्रिकेट मैदान पर एक बार फिर भारत और पाकिस्तान की भिड़ंत देखी जा सकती है।
10 सितंबर से हो सकता है आगाज (Asia Cup 2025)
क्रिकबज की रिपोर्ट के अनुसार ACC एशिया कप 2025 के आयोजन के लिए पूरी योजना तैयार कर रहा है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि टूर्नामेंट 10 सितंबर से शुरू हो सकता है। ACC जुलाई के पहले सप्ताह में एशिया कप का पूरा शेड्यूल जारी कर सकता है। इस बार इस टूर्नामेंट में कुल छह टीमें भाग ले सकती हैं।
भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश, अफगानिस्तान और यूएई की टीमें एशिया कप 2025 में शामिल हो सकती हैं। पिछली बार 2023 का एशिया कप पाकिस्तान ने आयोजित किया था, लेकिन भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के चलते मुकाबले श्रीलंका में हाईब्रिड मॉडल के तहत कराए गए थे।
इस बार बढ़ सकती है टीमों की संख्या (Asia Cup 2025)
रिपोर्ट में यह भी सामने आया है कि इस बार ACC की योजना एशिया कप में अधिक टीमों को शामिल करने की है। इसके लिए अमीरात क्रिकेट बोर्ड (UAE) ने भी दिलचस्पी दिखाई है। वहीं, नेपाल की टीम भी क्वालिफायर में भाग लेकर अपनी दावेदारी पेश कर सकती है।
भारत इस बार टूर्नामेंट की मेजबानी कर सकता है। लेकिन पाकिस्तान टीम की भारत यात्रा पर अभी तक कोई स्पष्ट निर्णय नहीं लिया गया है। ऐसे में एक बार फिर हाईब्रिड मॉडल की चर्चा तेज हो गई है, जिससे दोनों टीमों की भागीदारी सुनिश्चित हो सके।
हाईब्रिड मॉडल पर हो सकता है आयोजन
2023 की तरह 2025 का एशिया कप (Asia Cup 2025) भी हाईब्रिड मॉडल पर आयोजित किया जा सकता है। इसमें अगर भारत मेजबान होता है, तो पाकिस्तान की टीम अपने मुकाबले किसी तीसरे देश में खेलेगी। वहीं अगर पाकिस्तान मेजबान बना, तो भारत भी न्यूट्रल वेन्यू पर अपने मैच खेलेगा।
आईसीसी ने भी इस मॉडल को मंजूरी दी है ताकि दोनों देशों के बीच क्रिकेट मुकाबले बिना किसी राजनीतिक अड़चन के संपन्न हो सकें। ऐसे में क्रिकेट प्रेमियों के लिए यह राहत भरी खबर है कि भारत-पाकिस्तान की टक्कर एक बार फिर देखने को मिल सकती है।