भव्य आयोजन को लेकर रामनगरी में उमड़ा उत्साह, हर घाट पर राममय नजारा
वालंटियर्स का ‘जय श्रीराम’ उद्घोष गूंजा, 56 घाटों पर होगा 28 लाख दीपों का अलौकिक प्रकाश
मुख्यमंत्री योगी के निर्देशन में विश्वविद्यालय प्रशासन ने तैयारियों को दिया अंतिम रूप
सीजी भास्कर, 17 अक्टूबर। अयोध्या (Ayodhya Deepotsav 2025) एक बार फिर भक्ति और आस्था की ज्योति से जगमगाने को तैयार है। नौवें दीपोत्सव को ऐतिहासिक और भव्य बनाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय (Ayodhya Festival Management) प्रशासन ने तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है।
शुक्रवार सुबह 10 बजे विश्वविद्यालय परिसर से सात बसों में सवार होकर वालंटियर्स जय श्रीराम (Ayodhya Volunteers) के उद्घोष के साथ दीपोत्सव स्थल राम की पैड़ी (Ram Ki Paidi) के लिए रवाना हुए। घाटों की पवित्र मिट्टी पर दीप सजाने का कार्य दीपोत्सव यातायात समिति के संयोजक प्रो. अनूप कुमार की देखरेख में शुरू हुआ।
56 घाटों पर जगमगाएंगे 28 लाख दीप
दीपोत्सव नोडल अधिकारी प्रो. संत शरण मिश्र (Deepotsav Coordination Ayodhya) ने बताया कि इस बार 56 घाटों पर 26 लाख 11 हजार 101 दीप जलाकर नया विश्व रिकॉर्ड बनाया जाएगा। घाटों पर कुल 28 लाख दीप बिछाए जा रहे हैं जिन्हें 19 अक्टूबर की शाम तेल और बाती डालकर प्रज्वलित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 18 अक्टूबर तक सभी घाटों पर दीप सजाने का कार्य पूरा हो जाएगा। घाटों पर काम कर रहे युवा वालंटियर्स पूरे जोश और श्रद्धा के साथ दीप बिछा रहे हैं। उनके उत्साह से राम की पैड़ी (Ram Ki Paidi Ayodhya) पहले से कहीं अधिक भव्य और दिव्य दिख रही है।
बन रहे हैं छह विशालकाय दीपक
इस बार राम की पैड़ी पर छह विशालकाय दीपक बनाए जा रहे हैं, जो पूरे आयोजन का केंद्रबिंदु होंगे। विश्वविद्यालय प्रशासन के अनुसार, दीपोत्सव केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि भारत की सांस्कृतिक आत्मा (Indian Cultural Heritage) का प्रतीक है। कुलपति डॉ. बिजेंद्र सिंह ने घाटों पर पहुंचकर तैयारियों का निरीक्षण किया और कहा “दीपोत्सव केवल उत्सव नहीं, बल्कि भारत की सांस्कृतिक आत्मा का वैश्विक प्रदर्शन है। यह आयोजन श्रद्धा, संस्कृति और सेवा का संगम है।” उन्होंने बताया कि सभी वालंटियर्स के लिए आईकार्ड (Volunteer ID Cards) अनिवार्य किया गया है। शुक्रवार तक उन्हें टी-शर्ट और कैप भी वितरित कर दी जाएंगी।
राममय अयोध्या” में श्रद्धा और संस्कृति का संगम
दीपोत्सव के नौवें संस्करण में अयोध्या (Ayodhya Deepotsav 2025) एक बार फिर विश्व मंच पर भारतीय संस्कृति की झलक दिखाएगी। देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालु इस आयोजन का हिस्सा बनने के लिए उत्साहित हैं। घाटों पर दीपों का यह महासागर एक बार फिर त्रेतायुग की अयोध्या (Ramayan Era Ayodhya) का दृश्य जीवंत करेगा। अयोध्या प्रशासन ने सुरक्षा, यातायात और आयोजन व्यवस्था को सुदृढ़ किया है ताकि हर श्रद्धालु इस भव्य दीपोत्सव का आनंद ले सके।