सीजी भास्कर, 26 मार्च |
छत्तीसगढ़ में CBI की रेड को लेकर पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज ने दावा किया है कि, महादेव सट्टेबाजी ऐप को छत्तीसगढ़ में प्रतिबंधित नहीं किया गया है। इसका पैसा छत्तीसगढ़ और केंद्र में बीजेपी नेताओं के पास जा रहा है।
उन्होंने कहा कि महादेव सट्टेबाजी ऐप के खिलाफ सबसे ज्यादा कार्रवाई पूर्व कांग्रेस सरकार ने की थी। बैज ने कहा कि राज्य सरकार ने दावा किया था कि इस सट्टेबाजी ऐप के मास्टरमाइंड सौरभ चंद्राकर को दुबई में गिरफ्तार किया गया है।
लेकिन बाद में वह पंडित प्रदीप मिश्रा के धार्मिक प्रवचन में दुबई में नजर आया। अगर वह गिरफ्तार हुआ था, तो वह दुबई में कैसे घूम रहा है? बैज ने आरोप लगाया कि सरकार इस गिरफ्तारी को लेकर जनता को गुमराह कर रही है।
चुनाव से पहले हल्ला मचाया लेकिन सरकार आने पर कार्रवाई नहीं हुई
दीपक बैज ने कहा कि, विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने इस मुद्दे पर हल्ला मचाया था, लेकिन अब सरकार बनने के बाद भी इस ऐप पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने सवाल उठाया कि, अगर यह कार्रवाई महादेव सट्टेबाजी मामले से जुड़ी है, तो सरकार ने अब तक इस ऐप को बैन क्यों नहीं किया?
छत्तीसगढ़ समेत 60 जगहों पर कार्रवाई
महादेव सट्टेबाजी मामले की जांच के तहत सीबीआई ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और विधायक देवेन्द्र यादव समेत समेत देशभर में करीब 60 ठिकानों पर छापेमारी की है। जिसमें कांग्रेस नेताओं के अलावा पूर्व आईएस और सीनियर आईपीएस अधिकारियों समेत महादेव बुक से जुड़े कुछ निजी व्यक्तियों के ठिकाने शामिल हैं।
डिप्टी सीएम बोले – घोटालों की जांच का हिस्सा है यह कार्रवाई
डिप्टी सीएम अरुण साव ने कांग्रेस के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि, भूपेश बघेल के मुख्यमंत्री रहते कई घोटाले हुए, जिनकी जांच के तहत यह कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा, “सीबीआई और ईडी जांच के आधार पर आगे बढ़ रही हैं, यह पूरी तरह से कानूनी प्रक्रिया है।”
डिप्टी सीएम के मुताबिक, सीबीआई ने आज छत्तीसगढ़ के अलावा कई अन्य राज्यों में भी आईपीएस अधिकारियों, अफसरों और नेताओं के ठिकानों पर छापे मारे।
कांग्रेस ने बताया साजिश, बीजेपी ने ठुकराया आरोप
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के कार्यालय ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए छापेमारी की पुष्टि की। बताया गया कि वे आज दिल्ली में कांग्रेस की अहम बैठक में शामिल होने जा रहे थे, लेकिन उससे पहले ही सीबीआई ने कार्रवाई शुरू कर दी।
डिप्टी सीएम साव ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, यह कार्रवाई सिर्फ भूपेश बघेल के खिलाफ नहीं, बल्कि 50 से अधिक ठिकानों पर की गई है, इसलिए इसे राजनीति से जोड़ना गलत है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा- भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस
छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि, कांग्रेस राजनीतिक आरोप लगा रही है, लेकिन उसे जांच का समर्थन करना चाहिए। उन्होंने कहा, “भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस जरूरी है, वरना ‘विकसित भारत’ का सपना पूरा नहीं हो सकेगा।”
ईडी की छापेमारी में कुछ नहीं मिला: कांग्रेस
कांग्रेस ने यह भी दावा किया कि हाल ही में ईडी ने भूपेश बघेल के घर पर छापा मारा था, लेकिन उन्हें कुछ नहीं मिला और न ही अब तक कोई समन भेजा गया। बैज ने सवाल किया कि ईडी के बाद अब सीबीआई आई है, आगे कौन आएगा – ईओडब्ल्यू, इनकम टैक्स या एनआईए?
नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ हर नाकाम कोशिश के बाद आज सीबीआई द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, विधायक देवेंद्र यादव के घर पर दबिश दी है। सुबह से ही सीबीआई हमारे दोनो नेताओ के घर पर जमी हुई है, ये सत्ता का अन्याय के सिवाय कुछ नहीं।
CBI ने कहा महादेव ऐप के बड़े घोटाले की जांच जारी
सीबीआई ने अपने बयान में बताया कि महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी घोटाले की जांच के तहत छत्तीसगढ़, भोपाल, कोलकाता और दिल्ली में 60 ठिकानों पर छापे मारे गए। यह कार्रवाई महादेव ऐप के प्रमोटर्स रवि उप्पल और सौरभ चंद्राकर के खिलाफ की गई है, जो फिलहाल दुबई में हैं।
जांच एजेंसी ने बताया कि इस अवैध सट्टेबाजी नेटवर्क को सुचारू रूप से चलाने के लिए सरकारी अफसरों को मोटी रकम दी गई थी। पहले यह मामला रायपुर पुलिस के आर्थिक अपराध शाखा (EOW) में दर्ज हुआ था, जिसे बाद में राज्य सरकार ने सीबीआई को सौंप दिया। सीबीआई ने कहा कि जांच में कई डिजिटल और दस्तावेजी सबूत मिले हैं और आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी।