सीजी भास्कर, 27 नवंबर | Baloda Bazaar Weapon Display Case: बलौदाबाजार जिले में पुलिस ने सोमवार देर शाम एक ऐसी कार्रवाई की, जिसने सोशल मीडिया पर “दबदबा दिखाने” की कोशिश में लगे युवाओं की पोल खोल दी। भाटापारा और सिटी कोतवाली क्षेत्र में कई युवा चाकू, छुरी और अन्य धारदार हथियार हाथ में लेकर तस्वीरें पोस्ट कर रहे थे—कुछ लोग इन्हें “स्टाइल” कहकर लाइक भी कर रहे थे। लेकिन इन्हीं पोस्टों ने आगे चलकर पूरे ग्रुप को पुलिस की पकड़ में पहुँचा दिया।
Baloda Bazaar Weapon Display Case: पुलिस की संयुक्त टीम ने शुरू किया विशेष सर्च ऑपरेशन
अभियान की शुरुआत
25 नवंबर को साइबर सेल, भाटापारा शहर थाना और सिटी कोतवाली पुलिस की संयुक्त टीम ने इस मामले में विशेष अभियान चलाया। सूचना थी कि कई स्थानों पर कुछ युवक हथियार लेकर घूमते हैं और लोगों को डराने की भी कोशिश करते हैं। इसी इनपुट के आधार पर टीम ने देर शाम संभावित ठिकानों पर लगातार छापेमारी की।
एक-एक कर सभी 12 आरोपी पुलिस के कब्जे में
गिरफ्तारी और पूछताछ
पूछताछ में आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म पर धारदार हथियारों के साथ फोटो और वीडियो डालते थे। गिरफ्तार किए गए युवाओं में 18 वर्षीय शुभम मानिकपुरी, गणेश झंजोठे और उनके साथ कुल 10 नाबालिग शामिल हैं। पुलिस ने सभी के खिलाफ भारतीय शस्त्र अधिनियम की धारा 25 और 27 के तहत मामला दर्ज किया है।
Baloda Bazaar Weapon Display Case: सोशल मीडिया का खतरनाक ट्रेंड—दबदबा बनाने की कोशिश या अपराध की शुरुआत?
सोशल मीडिया का गलत इस्तेमाल
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, कम उम्र के लड़कों में हथियार दिखाकर वीडियो बनाने का चलन तेजी से बढ़ा है। कुछ लोग इसे “स्टेटस” समझते हैं, जबकि यह सीधे-सीधे कानून तोड़ने की श्रेणी में आता है। हथियारों के साथ फोटो डालना न सिर्फ अपराध है बल्कि इलाके में भय का वातावरण भी पैदा करता है।
पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता के निर्देशन में चली कार्रवाई
अभियान का नेतृत्व और आगे की कार्रवाई
यह संपूर्ण ऑपरेशन पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता के निर्देशन में चलाया गया। टीम ने हथियार बरामद किए हैं और सभी आरोपियों को हिरासत में लेकर आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि ऐसे अभियान आगे भी जारी रहेंगे, ताकि सोशल मीडिया पर गलत संदेश फैलाने और सार्वजनिक सुरक्षा को खतरे में डालने वालों पर नकेल कसी जा सके।
