सीजी भास्कर, 4 अक्टूबर। बस्तर दशहरा (Bastar Dussehra) महोत्सव के तहत जगदलपुर के सिरहासार भवन में आयोजित मुरिया दरबार ऐतिहासिक और भावुक पलों का गवाह बना। इस दरबार में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय शामिल हुए। बस्तर की आराध्य देवी मां दंतेश्वरी के चित्र पर दीप प्रज्वलित करने के बाद अमित शाह ने मांझी-चालकी से सीधा संवाद किया और बस्तर को नक्सलवाद से मुक्त करने में सहयोग की अपील की।
गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बस्तर के विकास और नक्सलवाद के खात्मे के लिए दृढ़संकल्पित हैं। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि मार्च 2026 तक बस्तर क्षेत्र को नक्सलवाद की छाया से बाहर निकाल लिया जाएगा। उन्होंने स्थानीय लोगों से अपील की कि वे भटके हुए युवाओं को समझाएं ताकि वे हथियार छोड़कर मुख्यधारा में लौटें और डॉक्टर, इंजीनियर, डिप्टी कलेक्टर जैसे पदों तक पहुंचकर देश-प्रदेश की सेवा करें।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने घोषणा की कि बस्तर दशहरा (Bastar Dussehra) पर्व को और भव्य बनाने के लिए अनुदान राशि 25 लाख से बढ़ाकर 50 लाख रुपये की जाएगी। साथ ही जिया डेरा और माडिया सराय जैसे परंपरागत स्थलों का विकास भी सुनिश्चित किया जाएगा।
कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा, सांसद महेश कश्यप, वन मंत्री केदार कश्यप सहित कई जनप्रतिनिधि मौजूद थे। बस्तर दशहरा समिति के परंपरागत सदस्य मांझी-चालकी, मेम्बर-मेम्बरिन और नाईक-पाईक ने अतिथियों का पारंपरिक पगड़ी एवं माला पहनाकर स्वागत किया।