सीजी भास्कर, 9 सितंबर। क्षेत्रीय विकास को नई रफ्तार देने और बस्तर को औद्योगिक मानचित्र पर नई पहचान दिलाने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ शासन का वाणिज्य एवं उद्योग विभाग आगामी 11 सितंबर 2025 को बस्तर में भव्य इन्वेस्टर कनेक्ट का आयोजन करने जा रहा है। यह आयोजन (Bastar Investor Connect 2025) अब तक के सबसे बड़े निवेश संवर्धन प्रयासों में गिना जा रहा है।
इससे पहले यही पहल दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, रायपुर जैसे बड़े शहरों और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर टोक्यो, ओसाका और सियोल में सफलता के साथ हो चुकी है। नवंबर 2024 से अब तक इन आयोजनों के जरिये 6.65 लाख करोड़ से अधिक के निवेश प्रस्ताव राज्य सरकार को मिले हैं। अब बारी है कि इन संभावनाओं को बस्तर जैसे समृद्ध लेकिन पिछड़े क्षेत्र तक पहुँचाया जाए, जो सामाजिक और आर्थिक बदलाव की नई कहानी लिखने के लिए तैयार खड़ा है।
बस्तर इन्वेस्टर कनेक्ट, राज्य सरकार की छत्तीसगढ़ औद्योगिक विकास नीति 2024–30 के अनुरूप है। इस नीति का मकसद केवल निवेश आकर्षित करना ही नहीं, बल्कि रोजगार सृजन, उद्यमिता को बढ़ावा देना और स्थानीय समुदायों को मजबूत बनाना भी है। खासतौर पर बस्तर की आदिवासी संस्कृति और पारंपरिक धरोहर का संरक्षण करते हुए आधुनिक औद्योगिक विकास को संतुलित गति देना सरकार का बड़ा लक्ष्य है।
इस औद्योगिक नीति के अंतर्गत 1000 करोड़ से अधिक निवेश करने वाली या 1000 से अधिक रोजगार देने वाली परियोजनाओं को विशेष प्रोत्साहन मिलेगा। औषधि निर्माण, कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण, वस्त्र उद्योग, आईटी व डिजिटल टेक्नोलॉजी, इलेक्ट्रॉनिक्स, एयरोस्पेस और डिफेंस सेक्टर जैसी परियोजनाओं को प्राथमिकता दी गई है। इसके साथ ही पर्यटन को उद्योग का दर्जा दिया गया है। पर्यटन क्षेत्र में होटल, इको-टूरिज़्म, वेलनेस सेंटर, एडवेंचर स्पोर्ट्स और खेल सुविधाओं को लेकर आने वाली परियोजनाओं पर 45 प्रतिशत तक की सब्सिडी मिलेगी। यह कदम (Bastar Investor Connect 2025) को निवेशकों के लिए और भी आकर्षक बनाएगा।
ध्यान देने योग्य तथ्य यह है कि बस्तर के 88 प्रतिशत ब्लॉक ग्रुप-3 श्रेणी में आते हैं, जिससे निवेशकों को अधिकतम नीति लाभ का आश्वासन मिलेगा। यही कारण है कि निवेशक इस आयोजन को बस्तर की विकास यात्रा में गेम-चेंजर मान रहे हैं।
सरकार ने इस नीति में समावेशी विकास पर विशेष ध्यान दिया है। एससी/एसटी उद्यमियों को 10 प्रतिशत अतिरिक्त सब्सिडी और नक्सलवाद प्रभावित परिवारों को भी 10 प्रतिशत अतिरिक्त प्रोत्साहन दिया जाएगा। आत्मसमर्पित नक्सलियों को नई औद्योगिक इकाइयों में रोजगार देने पर पाँच वर्षों तक वेतन पर 40 प्रतिशत सब्सिडी (अधिकतम 5 लाख प्रतिवर्ष) मिलेगी। वहीं बस्तर में स्टील सेक्टर की इकाइयों को 15 वर्षों तक रॉयल्टी रीइम्बर्समेंट की सुविधा दी जाएगी। यह कदम उद्योगपतियों में भरोसा बढ़ाने और लंबे समय तक निवेश स्थिरता देने वाला है।
सरकार को विश्वास है कि बस्तर इन्वेस्टर कनेक्ट में देश-विदेश से 200 से अधिक बड़े निवेशक, उद्योगपति और स्थानीय उद्यमी भाग लेंगे। इस मंच पर सहयोग, विकास और साझेदारी के नए अवसर खुलेंगे। आयोजन में कई अहम एमओयू (MoUs) साइन होने की संभावना है, जो आने वाले वर्षों में बस्तर को औद्योगिक हब बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होंगे।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि हमारी सरकार बस्तर के युवाओं को कौशल और अवसर देने के लिए प्रतिबद्ध है। औद्योगिक नीति की हर पहल इस सोच के साथ बनाई गई है कि स्थानीय समुदायों को लाभ मिले और प्रदेश की समृद्धि घर-घर तक पहुँचे।
बस्तर में छत्तीसगढ़ इन्वेस्टर कनेक्ट (Bastar Investor Connect 2025) न सिर्फ विकास की गति को तेज करेगा, बल्कि यह आयोजन बस्तर को सतत् और समावेशी विकास का मॉडल बनाने में निर्णायक भूमिका निभाएगा। यहां अवसरों और लाभों का सीधा प्रवाह जनता तक पहुँचेगा और यह क्षेत्र औद्योगिक, सामाजिक और सांस्कृतिक प्रगति का नया प्रतीक बनेगा।