सीजी भास्कर, 5 मई : भारतमाला प्रोजेक्ट में सामने आए बहुचर्चित भूमि अधिग्रहण घोटाले (Bharatmala Land Scam) की जांच अब तेज़ी पकड़ चुकी है। इसी क्रम में आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) की टीम सोमवार शाम अचानक अभनपुर एसडीएम कार्यालय पहुंची और संबंधित दस्तावेजों की गहन पड़ताल शुरू की।
जांच टीम ने अभनपुर एसडीएम से मुलाकात कर भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया (Bharatmala Land Scam) से जुड़ी जानकारी जैसे खसरा विवरण, मुआवजा वितरण, और पूर्व में पदस्थ अधिकारियों द्वारा तैयार की गई फाइलों की मांग की। ईओडब्ल्यू अधिकारियों ने निर्देशित किया कि प्रभावित खसरों की सूची, मुआवजा भुगतान के आधार और अन्य सभी दस्तावेज जल्द से जल्द प्रस्तुत किए जाएं।
सूत्रों के अनुसार, इस मामले में मुख्य आरोपी हरमीत सिंह खनूजा और उनकी पत्नी मनप्रीत कौर समेत कई पूर्व राजस्व अधिकारियों, उनके परिजनों और अन्य संदेहास्पद व्यक्तियों की संपत्तियों का भी ब्यौरा मांगा गया है। एजेंसी को आशंका है कि सरकारी जमीन को निजी बताकर करोड़ों रुपये का मुआवजा अवैध रूप से लिया गया।
ईओडब्ल्यू की टीम ने एसडीएम कार्यालय (Bharatmala Land Scam) में कई घंटों तक दस्तावेजों का अवलोकन किया और जाते वक्त एक विस्तृत सूची सौंपी, जिसमें आवश्यक कागजात त्वरित रूप से उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए।
उल्लेखनीय है कि भारतमाला परियोजना के तहत रायपुर से विशाखापत्तनम को जोड़ने वाले इकोनॉमिक कॉरिडोर में भूमि अधिग्रहण के दौरान बड़े पैमाने पर अनियमितताओं की शिकायतें सामने आई थीं, जिसके बाद शासन ने इस मामले की जांच ईओडब्ल्यू को सौंपी है।