सीजी भास्कर, 01 अप्रैल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को बिलासपुर में 33 हजार 700 करोड़ के 22 बड़े प्रोजेक्ट का शिलान्यास और लोकार्पण किया, लेकिन उनके इस दौरे को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने दावा किया कि जो थर्मल पावर स्टेशन का उनकी सरकार में शिलान्यास हो चुका था, उसका दुबारा शिलान्यास किया गया.पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया पर लिखा- ‘कमाल करते हैं प्रधानमंत्री जी। अगर मेरे द्वारा शिलान्यास किए हुए थर्मल पावर स्टेशन का ही पुनः शिलान्यास करना था तो सूचना दे देते।
मैं और 10-20 प्रोजेक्ट ऐसे बता देता जिनका फीता अब दोबारा काट सकते थे। प्रधानमंत्री आवास की चाबी भी आप उन हितग्राहियों को ही दे पाए जिनको पहली किस्त हमारी सरकार ने जारी की थी। इस प्रकार कह सकते हैं कि प्रधानमंत्री जी को छत्तीसगढ़ में सिर्फ़ “मेमू ट्रेन” को झंडी दिखाने के लिए बुलाया गया था। कथित “सुशासन” इतना फुस्स निकला कि अपना एक काम न दिखा सका।’ इस पोस्ट में उन्होंने सुपर क्रिटिकल थर्मल पावर स्टेशन, कोरबा का जिक्र किया, जिसका शिलान्यास उन्होंने खुद 29 जुलाई 2023 को किया था।
बीजेपी ने इसका जवाब देते हुए कहा कि यह शिलान्यास नहीं, बल्कि कार्य प्रारंभ है, जिसे सभी जरूरी मंजूरियां मिलने के बाद शुरू किया गया।भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी अमित चिमनानी ने सोशल मीडिया पर लिखा - 'फर्जी शिलान्यास जिसके पत्थर का भी अता-पता नहीं, फॉर्मेलिटी के लिए टेंडर निकाला था, जिसका कुछ नहीं हुआ।' उन्होंने कहा कि यह शिलान्यास नहीं बल्कि कार्य प्रारंभ है, और इसके लिए जरूरी मंजूरी हाल ही में मिली है…अब देखने वाली बात होगी कि बीजेपी के इस जवाब पर बघेल का क्या रिएक्शन सामने आता है