लाल किला पार्क से चोरी हुए थे कीमती कलश
दिल्ली के लाल किला पार्क में आयोजित जैन समाज के धार्मिक कार्यक्रम से करोड़ों रुपये के तीन कलश चोरी हो गए थे।
इस Bhushan Verma Kalash Theft (कलश चोरी केस) ने पूरे समाज को हिला दिया था। पुलिस ने अब इस सनसनीखेज मामले का खुलासा कर दिया है।
मास्टरमाइंड भूषण वर्मा गिरफ्तार
पुलिस ने बताया कि चोरी की साजिश रचने वाला मास्टरमाइंड भूषण वर्मा (Bhushan Verma) है। रविवार देर रात हापुड़ पुलिस ने उसे उसके गांव असौड़ा से गिरफ्तार किया।
भूषण फिलहाल वैशाली कॉलोनी में पत्नी, दो बेटियों और एक बेटे के साथ रह रहा था। पहले वह श्रीनगर मोहल्ले का निवासी था।
बेटी की शादी के लिए रची थी साजिश
जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी की बड़ी बेटी की शादी अगले दो महीने में होनी है। खर्च पूरा करने के लिए उसने कलश बेचने की योजना बनाई। पड़ोसियों को जब उसके आपराधिक गतिविधियों की भनक लगी, तो उसने अपना ठिकाना बदल लिया।
वैशाली कॉलोनी में लोग उसे केवल सराफा कारोबार से जुड़े होने के रूप में जानते थे, जबकि हकीकत में वह ड्राइवर का काम करता था।
पुराने मामलों में भी रहा शामिल
Bhushan Verma Kalash Theft Case कोई पहली बार नहीं है। आरोपी पर पहले से ही पांच केस दर्ज हैं। 2016 में भी वह चोरी के मामले में जेल जा चुका है। जांच में सामने आया कि पिछले साल भी उसने दिल्ली के लाल मंदिर और अशोक विहार स्थित मंदिर से कलश चुराए थे।
जैन समाज को ही क्यों बनाता था निशाना
पुलिस ने बताया कि भूषण वर्मा की नजर हमेशा जैन समाज (Jain Community) के धार्मिक आयोजनों पर रहती थी। वजह ये कि वहां इस्तेमाल होने वाले कलश सोने और रत्नजड़ित होते हैं। आरोपी संत या सेवादार का वेश बनाकर इन कार्यक्रमों में घुसता और फिर रेकी के बाद चोरी को अंजाम देता।
लाल किला पार्क से चुराए थे करोड़ों के कलश
3 सितंबर को लाल किला पार्क में हुए कार्यक्रम में भूषण ने करीब 760 ग्राम सोने और 150 ग्राम हीरे से जड़ा एक कलश और दो शुद्ध सोने के कलश चोरी किए थे।
इन कलशों की अनुमानित कीमत दो करोड़ रुपये से अधिक बताई जा रही है। चोरी के बाद वह फरार हो गया था, लेकिन अब पुलिस की गिरफ्त में है।