Big Breaking News: "Joe Biden" withdrew from the US presidential election Gave support to Kamala Harris 🔵 Trump taunted, said - "Biden had reached the presidency only on the basis of lies and fake news"
सीजी भास्कर डेस्क, 22 जुलाई। अमेरिकन राष्ट्रपति जो बाइडन ने उप राष्ट्रपति कमला हैरिस को राष्ट्रपति पद के लिए समर्थन देने की बात कहते हुए राष्ट्रपति पद के लिए अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली है। इस निर्णय के पीछे एक ठोस वजह बताते हुए उन्होंने कहा कि यह निर्णय उनकी पार्टी और राष्ट्र के हित में है।
आपको बता दें कि अमेरीकी राष्ट्रपति बाइडन ने यह निर्णय ऐसे समय पर लिया है जब चार महीने बाद अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होना है। जून माह के अंत में राष्ट्रपति बाइडन ने पूर्व राष्ट्रपति और रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के सामने बहस में ‘निराशाजनक’ प्रदर्शन किया था, जिसके बाद से डेमोक्रेट नेता उन पर उम्मीदवारी वापस लेने का दबाव बना रहे थे।
कल रविवार को अपनी उम्मीदवारी वापस लेने का ऐलान करने के बाद जो बाइडन ने उप राष्ट्रपति कमला हैरिस को राष्ट्रपति पद के लिए समर्थन देने की बात कही है।सोशल मीडिया पर जो बाइडन ने लिखा कि राष्ट्रपति पद की ज़िम्मेदारी निभाना उनके जीवन का सबसे बड़ा सम्मान है। अपने फ़ैसले के बाद राष्ट्रपति बाइडन ने अपनी सहयोगी कमला हैरिस का शुक्रिया अदा करते हुए उन्होंने कहा कि वो असाधारण पार्टनर हैं।
गौरतलब हो कि पिछले सप्ताह ही बाइडन कोविड से संक्रमित होने के बाद अपने गृह राज्य डेलावेयर लौटे थे। कोविड के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने ये भी कहा था कि उन्हें उम्मीद है अगले सप्ताह वो अपने चुनाव अभियान में लौट आएंगे। इससे पहले राष्ट्रपति बाइडन ने कहा था कि सिर्फ़ ईश्वर ही उनकी उम्मीदवारी वापस करा सकता है हालांकि बाद में उन्होंने ये भी कहा था कि अगर उन्हें कोई स्वास्थ्य समस्या हुई तो वो अपनी उम्मीदवारी वापस लेने पर विचार कर सकते हैं। X पर अपने पोस्ट में जो बाइडन ने मौजूदा उप राष्ट्रपति कमला हैरिस को राष्ट्रपति पद के लिए समर्थन देने की बात कही है। उन्होंने लिखा कि मेरे डेमोक्रेट्स साथियों, मैंने नामांकन अस्वीकार करने और अपने बचे हुए कार्यकाल में सारी ऊर्जा अपने कर्तव्यों के निर्वहन पर केंद्रित करने का फै़सला लिया है, वर्ष 2020 में पार्टी के उम्मीदवार के रूप में मेरा सबसे पहला फ़ैसला कमला हैरिस को उपराष्ट्रपति के तौर पर चुनना था और मेरा ये फ़ैसला बेहतरीन रहा। आज मैं कमला हैरिस के नाम का पार्टी उम्मीदवार के तौर पर पूरा समर्थन करता हूं। डेमोक्रेट्स-अब वक्त आ गया है कि हम एकजुट होकर ट्रंप को हराएं।
जो बाइडन ने अपने नोट के आखिर में अमेरिका की जनता को उन पर भरोसा और आस्था रखने के लिए धन्यवाद कहा है। बाइडन ने लिखा है कि बीते साढ़े तीन सालों में हमने एक राष्ट्र के तौर पर बहुत तरक्की की है। आज अमेरिका के पास दुनिया में सबसे ताकतवर अर्थव्यवस्था है। अपने राष्ट्र को फिर से खड़ा करने के लिए हमने ऐतिहासिक निवेश किए, बुज़ुर्गों के लिए दवाओं की क़ीमत कम की और रिकॉर्ड संख्या में अमेरिकी नागरिकों के लिए स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराईं। गन सेफ़्टी लॉ, सुप्रीम कोर्ट में अफ्ऱीकी-अमेरिकी मूल के जज की नियुक्ति, लाखों पूर्व सैनिकों के लिए सुविधाओं और संसद में पास किए गए कई क़ानूनों का ज़िक्र किया है। बाइडन ने कोरोना महामारी के बाद आई आर्थिक तंगी से देश के बाहर आने का ज़िक्र भी अपनी इस पोस्ट में किया है और कहा है कि हमने लोकतंत्र की सुरक्षा की और इसे बचाया है। आपके राष्ट्रपति के रूप में सेवा करने का अवसर मिलना मेरे जीवन का सबसे बड़ा सम्मान है और दोबारा चुने जाने का भी मेरा इरादा रहा, मैं मानता हूं कि ये मेरी पार्टी और देश के हित में है कि मैं पीछे हट जाऊं और अपने बचे हुए कार्यकाल में राष्ट्रपति का कर्तव्य निभाने पर ध्यान केंद्रित करूं। मैं अपने इस फ़ैसले के बारे में देश को इसी हफ़्ते संबोधित करूंगा। अभी के लिए मैं उन सभी का धन्यवाद करता हूं जिन्होंने मुझे दोबारा चुने जाने के लिए कड़ी मेहनत की। मैं इन सभी असाधारण कामों में सहयोगी बनने के लिए उपराष्ट्रपति कमला हैरिस का धन्यवाद करता हूं। जो बाइडन ने अपने नोट के आखिर में अमेरिका की जनता को उनपर भरोसा और आस्था रखने के लिए अभिवादन किया और कहा कि हमें ये याद रखना चाहिए कि हम यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ़ अमेरिका हैं।
उधर पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप नेराष्ट्रपति बाइडन के उम्मीदवारी वापस लेने के बाद बयान जारी कर कहा कि बाइडन कभी भी राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी के लिए फिट नहीं थे और निश्चित रूप से वो राष्ट्रपति पद के लिए भी फिट नहीं हैं, न ही वो कभी थे। ट्रंप ने कहा कि वो झूठ, फ़र्ज़ी ख़बरों के दम पर ही राष्ट्रपति पद तक पहुंचे, वो तो अपने बेसमेंट तक से बाहर नहीं निकले। उनके इर्द-गिर्द के सभी लोग, जिसमें डॉक्टर और मीडिया भी शामिल हैं, जानते थे कि वो राष्ट्रपति पद के लिए वे सक्षम नहीं हैं, और न थे। अब देखिए, उन्होंने हमारे देश का क्या कर दिया है, दसियों लाख लोग हमारी सीमा पार करके आ रहे हैं जिनकी ना कोई जांच हो रही है और न परख। कई जेलों और मानसिक स्वास्थ्य संस्थानों से आ रहे हैं। रिकॉर्ड संख्या में आतंकवादी आ रहे हैं। उनके राष्ट्रपति कार्यकाल की वजह से हमें भारी पीड़ा उठानी होगी, लेकिन उन्होंने जो नुक़सान पहुंचाया है, उसे हम बहुत जल्द ही ठीक कर देंगे।