सीजी भास्कर, 19 अक्टूबर। बिहार में विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Elections 2025) को लेकर कई राजनीतिक समीकरण बन रहे और बिगड़ रहे हैं। इसी क्रम में आज महागठबंधन को बिहार में बड़ा झटका लगा है। झारखंड मुक्ति मोर्चा पार्टी (JJM) ने गठबंधन से अलग हो गई है।
पार्टी के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने घोषणा की कि उनकी पार्टी स्वतंत्र रुप से 6 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जिसमें चकाई धमदाहा, कटोरिया, पिरपैंती, मनीहारी और जमुई विधानसभा की सीटें शामिल है। उन्होंने कहा, “हम महागठबंधन के साथ नहीं लड़ेंगे, बल्कि अपनी ताकत पर उतरेंगे।”
इन सीटों पर महागठबंधन के घटक दल आमने-सामने
इसी बीच, आरजेडी, कांग्रेस और वामदलों वाले महागठबंधन में भी आंतरिक कलह देखने को मिल रहा है। अभी तक की जानकारी के मुताबिक, सात विधानसभा सीटों पर गठबंधन के घटक दल आमने-सामने हैं, जिनमें लालगंज, वैशाली, राजापाकर, बछवाड़ा, रोसरा और बिहारशरीफ की प्रमुख सीटे शामिल है। इन सीटों पर प्रत्याशियों ने ने नामांकन दाखिल कर दिया है। इससे महागठबंधन की एकजुटता पर सवाल खड़े हो गए हैं।
वहीं, सिकंदरा विधानसभा सीट (Bihar Assembly Elections 2025) पर सियसत गरमाई हुई हैं। यह सीट मूल रूप से कांग्रेस नेता विनोद चौधरी को मिली थी, लेकिन यहां पर राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नेता और पूर्व स्पीकर उदय नारायण चौधरी ने आज शनिवार को नामांकन भर दिया है। इस वजह से महागठबंधन के दोनों दल के नेता आमने-सामने आ गए हैं। ऐसी सात सीटों पर स्थिति बन हुई हैं।
(Bihar Assembly Elections 2025) इस वजह से पार्टी हुई होगी अलग
झारखंड मुक्ति मोर्चा राष्ट्रीय स्तर पर इंडिया ब्लॉक में शामिल हुई थी। झारखंड-बिहार के सीमावर्ती इलाकों में पार्टी अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश में लगी है। यही वजह बताई जा रही है कि पार्टी ने महागठबंधन से नाता तोड़ लिया है।
इसी के साथ महागठबंधन में शामिल दलों के नेताओं को शांत करने का प्रयास भी शुरू हो गया है। लेकिन नामांकन दाखिल करने की तारीख नजदीक आने की वजह से तनाव देखने को मिल रहा है।