JDU ने विधानसभा चुनाव के लिए 57 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की।
(Bihar Election Candidates List) में एक भी मुस्लिम नाम शामिल नहीं किया गया है।
सुदर्शन कुमार और अमन भूषण हजारी जैसे मौजूदा विधायकों का टिकट कटा।
महिलाओं और नए चेहरों को मौका देकर पार्टी ने बदली सियासी रणनीति।
सीजी भास्कर, 15 अक्टूबर। बिहार विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे करीब आ रहे हैं, राजनीतिक दलों की तैयारियों में तेजी आ गई है। बीजेपी के बाद अब जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने भी बुधवार को अपनी पहली (Bihar Election Candidates List) सूची जारी की है। इस सूची में कुल 57 उम्मीदवारों के नामों पर अंतिम मुहर लगा दी गई है, जिससे बिहार की राजनीति में हलचल मच गई है।
सूत्रों के अनुसार, पार्टी ने इस बार कुछ पुराने चेहरों को बदलते हुए कई नए नेताओं को मौका दिया है। लिस्ट की सबसे बड़ी बात यह है कि इसमें किसी भी मुस्लिम उम्मीदवार को शामिल नहीं किया गया है, जिससे सामाजिक समीकरणों पर नई बहस छिड़ गई है।
कौन-कौन उतरे चुनावी मैदान में
JDU की जारी सूची में आलमनगर से नरेंद्र नारायण यादव, बिहारीगंज से निरंजन कुमार मेहता और सिंहेश्वर से रमेश ऋषिदेव को प्रत्याशी बनाया गया है। मधेपुरा से कविता साहा, सोनबरसा से रत्नेश सादा और महिषी से गुंजेश्वर साह मैदान में उतरेंगे। कुशेश्वरस्थान से अतिरेक कुमार को टिकट देकर पार्टी ने युवाओं पर भरोसा जताया है।
दरभंगा जिले की कई सीटों पर इस बार चेहरों में बदलाव किए गए हैं। बेनीपुर से विनय कुमार चौधरी, दरभंगा ग्रामीण से ईश्वर मंडल और बहादुरपुर से मदन सहनी को उम्मीदवार बनाया गया है। वहीं गायघाट से कोमल सिंह, मीनापुर से अजय कुशवाहा और सकरा से आदित्य कुमार को टिकट दिया गया है।
बदले समीकरण और नए चेहरे
कांटी से इंजीनियर अजीत कुमार, कुचायकोट से अमरेन्द्र कुमार पांडेय और भोरे से सुनील कुमार को उम्मीदवार घोषित किया गया है। हथुआ से रामसेवक सिंह, बरौली से मंजीत सिंह और रघुनाथपुर से विकास कुमार सिंह उर्फ जीशु सिंह को भी मौका मिला है। इसके अलावा महाराजगंज से हेम नारायण साह और मांझी से रणधीर सिंह को भी मैदान में उतारा गया है।
राजगीर से कौशल किशोर, इसलामपुर से रूहेल रंजन और हिलसा से कृष्ण मुरारी शरण उर्फ प्रेम मुखिया को टिकट मिला है। नालंदा से श्रवण कुमार और हरनौत से हरिनारायण सिंह को भी प्रत्याशी घोषित किया गया है। पार्टी ने नालंदा बेल्ट में जातीय और क्षेत्रीय संतुलन बनाए रखने पर विशेष ध्यान दिया है।
महिलाओं को दी खास अहमियत
JDU ने अपनी इस सूची में महिला सशक्तिकरण को भी प्राथमिकता दी है। अश्वमेध देवी, कविता साहा, रवीना कुशवाहा और डॉ. मांजरीक मुणाल जैसी महिलाओं को टिकट देकर पार्टी ने स्पष्ट संदेश दिया है कि महिला नेतृत्व अब बिहार की राजनीति का अहम हिस्सा बनेगा।
सामाजिक संतुलन पर फोकस
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, यह (Bihar Election Candidates List) पूरी तरह से सामाजिक और क्षेत्रीय संतुलन को ध्यान में रखकर बनाई गई है। इसमें पिछड़ा वर्ग, अति पिछड़ा वर्ग और दलित समुदायों को पर्याप्त प्रतिनिधित्व देने की कोशिश की गई है। पार्टी ने अनुभवी नेताओं के साथ-साथ युवा चेहरों को भी शामिल कर राजनीतिक संतुलन साधने का प्रयास किया है।
JDU के भीतर माने तो नीतीश कुमार ने इस लिस्ट को खुद फाइनल किया है। उनका फोकस इस बार विकास, सामाजिक न्याय और जातीय संतुलन तीनों पर समान रूप से है। सूत्रों का कहना है कि शेष सीटों की घोषणा दूसरी सूची में जल्द ही की जाएगी।