सीजी भास्कर, 19 दिसंबर। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में सुरक्षा बलों और माओवादियों के बीच शुक्रवार सुबह से जारी मुठभेड़ में एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। जिले के सघन वन क्षेत्र में चल रहे अभियान के दौरान बीजापुर माओवादी मुठभेड़ (Bijapur Maoist Encounter) में अब तक एक माओवादी का शव बरामद किया गया है, जिस पर पांच लाख रुपये का इनाम घोषित था। मुठभेड़ स्थल से हथियार और विस्फोटक सामग्री भी जब्त की गई है।
पुलिस अधीक्षक बीजापुर डॉ. जितेन्द्र यादव ने बताया कि 19 दिसंबर 2025 की सुबह करीब 6 बजे डीआरजी बीजापुर की टीम और माओवादियों के बीच रुक-रुक कर फायरिंग शुरू हुई। सुरक्षाबलों द्वारा इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी है। इसी दौरान बीजापुर माओवादी मुठभेड़ (Bijapur Maoist Encounter) में एक माओवादी मारा गया, जिसकी पहचान एसीएम फगनू माड़वी के रूप में हुई है। वह ग्राम गोरना, थाना बीजापुर का निवासी था और भैरमगढ़ एरिया कमेटी से जुड़ा हुआ था।
सर्च ऑपरेशन के दौरान मुठभेड़ स्थल से 303 रायफल, 9 एमएम पिस्टल, मैग्जीन और राउंड के अलावा विस्फोटक सामग्री, स्कैनर सेट, रेडियो, मेडिकल किट, कार्डेक्स वायर, माओवादी पिट्ठू, पिस्टल पाउच और माओवादी पर्चे बरामद किए गए हैं। सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि यह बरामदगी माओवादी नेटवर्क के लिए बड़ा झटका है।
इस पूरे घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए बस्तर रेंज के आईजी सुंदरराज पट्टलिंगम ने कहा कि वर्ष 2025 में सुरक्षा बलों की समन्वित और प्रभावी कार्रवाई के चलते बस्तर में माओवादी गतिविधियां अंतिम दौर में पहुंच चुकी हैं। उन्होंने कहा कि संगठन की संरचना पूरी तरह बिखर चुकी है और अब हिंसा फैलाने के प्रयास नाकाम हो रहे हैं। आईजी ने सक्रिय माओवादियों से हिंसा का रास्ता छोड़कर सरकार की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति का लाभ उठाने की अपील की।


