सीजी भास्कर, 22 अक्टूबर। दिवाली की रात बिलासपुर में एक दर्दनाक हादसे (Bilaspur Diwali Accident Case) ने खुशियों को मातम में बदल दिया। घर में पूजा के दौरान 10 वर्षीय बच्ची की आंख में पूजा करने वाली घंटी घुस गई, जो मस्तिष्क तक पहुंच गई। गंभीर रूप से घायल मासूम को पहले सिम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहाँ प्राथमिक इलाज के बाद उसे देर रात रायपुर एम्स रेफर किया गया।
पूजा के वक्त हुआ हादसा
मस्तूरी क्षेत्र के दीपक सिंह अपने परिवार के साथ 20 अक्टूबर की रात घर पर दिवाली पूजा कर रहे थे। इसी दौरान उनकी 10 साल की बेटी काव्या सिंह पूजा स्थल के पास खेल रही थी। अचानक उसका पैर फिसला और वह गिर गई। गिरते समय नीचे रखी पूजा करने की घंटी उसकी आंख में घुस गई। घंटी का एक सिरा आंख को चीरते हुए सीधे मस्तिष्क में जा धंसा। हादसे से घर में चीख-पुकार मच गई और दिवाली की खुशियां देखते ही देखते मातम में बदल गईं।
सिम्स से रायपुर एम्स रेफर
परिजन तुरंत काव्या को नजदीकी अस्पताल लेकर पहुंचे, जहाँ से उसे गंभीर स्थिति को देखते हुए सिम्स, बिलासपुर रेफर किया गया। डॉक्टरों ने तुरंत इलाज शुरू किया, लेकिन चोट की गंभीरता (Bilaspur Diwali Accident Case) को देखते हुए बच्ची को रायपुर एम्स भेजा गया। एम्स रायपुर में विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम ने सर्जरी कर घंटी को सफलतापूर्वक बाहर निकाला। हालांकि, घंटी का सिरा मस्तिष्क तक पहुंच गया था, जिससे बच्चे के दिमाग पर गंभीर असर पड़ा है और उसकी एक आंख की रोशनी भी चली गई है।
चिकित्सकों ने बताया नाजुक स्थिति
एम्स के डॉक्टरों के अनुसार, बच्ची की हालत फिलहाल नाजुक है। मस्तिष्क में चोट के कारण उसे लगातार निगरानी में रखा गया है। डॉक्टरों ने बताया कि सर्जरी सफल रही है, लेकिन अगले 48 घंटे उसके जीवन के लिए बेहद अहम हैं। मस्तूरी के दीपक सिंह का परिवार अभी भी सदमे में है। मोहल्ले में दिवाली की रात की खुशियां अब एक दर्दनाक खामोशी में बदल चुकी हैं। परिवारवालों ने बताया कि काव्या परिवार की सबसे चंचल और प्यारी बच्ची थी। उसे पूजा की तैयारी करना बहुत पसंद था, लेकिन इस बार वही उसकी जिंदगी के लिए खतरा बन गया।
मामले की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस ने अस्पताल पहुंचकर परिवार से बातचीत की। घटना को गंभीर घरेलू हादसा (Bilaspur Diwali Accident Case) मानते हुए रिपोर्ट दर्ज की गई है। प्रशासन ने परिवार को हरसंभव मदद का भरोसा दिया है।