सीजी भास्कर, 07 मई : नेशनल हाईवे स्थित आइकान सिटी के पास एक मई को गड़रिया नाले में मिले एक व्यक्ति के शव (Blind Murder Solved) की पहचान मंत्रालय में पदस्थ चपरासी लक्ष्मण उर्फ राजू भट्ट के रूप में हुई थी। शव की स्थिति बेहद दर्दनाक थी चेहरे और सिर को पत्थरों से कुचल दिया गया था ताकि पहचान न हो सके। रायपुर जिले के तिल्दा नेवरा थाना क्षेत्र में घटी इस घटना की जांच में जुटी पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए इस अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझा ली है।
थाना प्रभारी सत्येन्द्र सिंह के अनुसार, पुलिस ने क्राइम ब्रांच और डाग स्क्वाड की मदद से जांच शुरू की। पूछताछ के दौरान मृतक की पत्नी रोशनी शर्मा और पुत्र ऋषि शर्मा के बयानों में विरोधाभास सामने आया, जिससे पुलिस को शक हुआ। कड़ाई से पूछने पर उन्होंने जुर्म कबूल कर लिया। रोशनी ने बताया कि मृतक शराब का आदी था और अक्सर उसके और बेटे के साथ मारपीट करता था। इससे परेशान होकर उसने अपनी मां कुसुम शर्मा के साथ मिलकर पति की हत्या (Blind Murder Solved) की योजना बनाई।
कुसुम शर्मा ने मध्य प्रदेश के कटनी निवासी अपने रिश्तेदार उमाशंकर शर्मा उर्फ निक्की और मुकेश शर्मा को बुलाया। सभी ने मिलकर योजना बनाई और लक्ष्मण भट्ट को ग्राम बेमता के पास गड़रिया नाला ले गए, जहां पहले उसे शराब पिलाई गई। फिर उमाशंकर ने चाकू से गला रेतकर उसकी हत्या (Blind Murder Solved) कर दी और मुंह पर भारी पत्थर मारकर पहचान मिटाने की कोशिश की।
हत्या के बाद दोनों आरोपित फरार हो गए। पुलिस ने मध्य प्रदेश से उमाशंकर और मुकेश को गिरफ्तार कर हत्या में प्रयुक्त चाकू जब्त कर लिया है। साथ ही रोशनी शर्मा, ऋषि शर्मा और कुसुम शर्मा को भी गिरफ्तार किया गया है। मृतक पिछले 15 दिनों से कार्य पर अनुपस्थित था और सांकरा में एक विवाह समारोह में शामिल होने आया था। मौके से शराब की बोतलें, डिस्पोजल गिलास और खाने-पीने की वस्तुएं भी बरामद हुईं।