सीजी भास्कर, 11 सितंबर। लोग अक्सर कहते हैं कि मुश्किल वक्त में इंसान की असली हिम्मत सामने आती है। कुछ ऐसा ही नज़ारा सोमवार को देखने को मिला, जब एक महिला (Bravery Incident) ने अपने बच्चों की सुरक्षा के लिए अपनी जान की परवाह तक नहीं की।
सफर के दौरान लुटेरों से भिड़ने वाली इस महिला की बहादुरी अब हर जगह चर्चा का विषय बन गई है। Brave woman fight की यह कहानी समाज के लिए मिसाल है।
घटना उस समय हुई जब महिला अपने बच्चों और रिश्तेदार के साथ आटो में बैठकर सफर कर रही थी। रास्ते में तीन लुटेरों ने अचानक आटो में सवार होकर मोबाइल छीनने और बच्चों को पकड़ने की कोशिश की।
स्थिति भयावह थी, लेकिन महिला (Bravery Incident) ने हार मानने के बजाय ऐसा कदम उठाया जिसने सभी को हैरान कर दिया।
उसने बिना सोचे-समझे आटो के बाहर लटककर विरोध किया और आधा किलोमीटर तक सड़क पर लोगों से मदद की गुहार लगाती रही। Courageous Action का यह नजारा देखने वालों के दिलों को झकझोर गया। (Bravery Incident)
यह पूरी घटना पंजाब के लुधियाना में हुई। पीड़िता मीना, जो ढंडारी की रहने वाली है, अपने बच्चों के साथ नवांशहर जा रही थी। जब जालंधर बाईपास के निकट आटो रुका तो एक लुटेरे ने पेशाब का बहाना बनाया और बाकी साथियों ने मीना को घेर लिया।
इस दौरान एक लुटेरे ने उसके बेटे को पकड़ लिया और दूसरे ने मोबाइल छीनने की कोशिश की। बच्चों को कुछ हो जाने के डर से मीना ने आटो से बाहर लटकने का जोखिम उठाया।
आधा किलोमीटर तक लगातार चिल्लाने से राहगीरों का ध्यान इस ओर गया और लोगों ने आटो का पीछा करना शुरू किया। (Highway Robbery Attempt) के इस मामले में महिला की हिम्मत सबसे बड़ी ढाल बनी।
इस बीच आटो चालक ने बच निकलने के लिए गाड़ियों को टक्कर मारी, जिसके बाद आटो पलट गया।
मौके पर मौजूद लोगों ने दो लुटेरों को पकड़कर पुलिस (Bravery Incident) के हवाले कर दिया।
गिरफ्तार आरोपितों की पहचान लुधियाना के सुखदेव नगर निवासी मोहित और डिंपल मक्कड़ के रूप में हुई है। तीसरा साथी शुभम, जो बंदा बहादुर कालोनी का निवासी है, मौके से फरार हो गया।
पुलिस जांच में सामने आया कि मोहित के खिलाफ पहले से तीन और शुभम पर चार मामले दर्ज हैं। फिलहाल पुलिस फरार आरोपी की तलाश में जुटी हुई है।
इस साहसिक घटना ने यह साबित कर दिया कि कभी-कभी अकेले खड़ा होना ही सबसे बड़ी ताकत होता है।
मीना की बहादुरी ने न सिर्फ उसके बच्चों की जान बचाई बल्कि अपराधियों के हौसले भी पस्त कर दिए। अब यह मामला पूरे इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है और पुलिस प्रशासन ने भी मीना की हिम्मत की सराहना की है।
(Woman Heroics) का यह उदाहरण आने वाले समय में कई लोगों को प्रेरणा देगा।