सीजी भास्कर, 11 अक्टूबर। महादेव बेटिंग ऐप के मालिक सौरभ चंद्राकर को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि सौरभ को दुबई में हिरासत में ले लिया गया है। अब प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम महादेव ऐप के मालिक सौरभ चंद्राकर को एक हफ्ते के अंदर भारत लेकर आ सकती है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अनुरोध पर जारी इंटरपोल रेड कॉर्नर नोटिस के आधार पर यह गिरफ्तारी की गई। ईडी ने विदेश मंत्रालय (एमईए) और गृह मंत्रालय (एमएचए) के साथ मिलकर इस मामले में एक बड़े ऑपरेशन का समन्वय किया।अधिकारियों के अनुसार, यूएई के अधिकारियों ने कल आधिकारिक तौर पर विदेश मंत्रालय (एमईए) से संपर्क किया और उन्हें दुबई में सौरभ चंद्राकर की गिरफ्तारी के बारे में सूचित किया। ईडी अधिकारियों के अनुसार, दस्तावेजीकरण प्रक्रिया से संबंधित प्रत्यर्पण प्रक्रिया अगले कुछ दिनों में पूरी हो जाएगी और यूएई प्राधिकरण को उसे भारत प्रत्यर्पित करने के लिए भेज दिया जाएगा।
6000 करोड़ रुपये के घोटाले का है मुख्य आरोपी
इंटरपोल के रेड कॉर्नर नोटिस पर हुई गिरफ्तारी
आपको बता दें कि ऑनलाइन सट्टेबाजी एप से जुड़े 6000 करोड़ रुपये के घोटाले का मुख्य आरोपी सौरभ चंद्राकर के दुबई में गिरफ्तारी इंटरपोल के रेड कॉर्नर नोटिस के आधार पर हुई है, जिसे प्रवर्तन निदेशालय (ED) के अनुरोध पर जारी किया गया था। इस मामले में ED, विदेश मंत्रालय (MEA), और गृह मंत्रालय (MHA) ने मिलकर एक बड़ी कार्रवाई की है।
सौरभ चंद्राकर जो पहले छत्तीसगढ़ के भिलाई में एक साधारण जूस की दुकान चलाता था, वह अब महादेव एप के जरिये सट्टेबाजी का बड़ा साम्राज्य खड़ा कर चुका है। उसकी गिरफ्तारी ने इस बड़े घोटाले के प्रमुख कर्ता धर्ता को कानून के शिकंजे में ला दिया है। बता दें कि लगभग डेढ़ महीने पहले, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सरकार ने इस घोटाले की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) को सौंपने का फैसला किया था। यह निर्णय 22 अगस्त को लिया गया था और अब इस घोटाले के किंगपिन सौरभ चंद्राकर की गिरफ्तारी हुई है। इस कार्रवाई से सीएम साय के उस मजबूत रुख की याद दिलाई जा रही है, जिसमें उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा था कि घोटाले में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। मुख्यमंत्री साय ने तभी यह कहा था कि सभी दोषियों को सख्त सजा दिलाने के लिए जांच CBI को सौंपी गई है।