सीजी भास्कर, 03 अक्टूबर। ईब नदी कुनकुरी-रनपुर मार्ग में उच्चस्तरीय पुल और पहुँच मार्ग का निर्माण किया जाएगा। लोक निर्माण विभाग द्वारा 120 मीटर लंबे इस पुल के निर्माण के लिए (Bridge Construction) 4 करोड़ 86 लाख 74 हजार रुपए की स्वीकृति प्रदान की गई है। फिलहाल यह कार्य निविदा स्तर पर है। यह मार्ग कुनकुरी विकासखंड को बगीचा तहसील मुख्यालय और सरगुजा जिले से जोड़ता है।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में प्रदेश में विकास ने नई गति पकड़ी है। सड़कों, पुलों और अन्य अधोसंरचनाओं का तेजी से विस्तार हो रहा है। (Bridge Construction) के साथ-साथ शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के क्षेत्र में लगातार ठोस पहल की जा रही है, जिससे ग्रामीण और शहरी दोनों ही क्षेत्रों के लोगों को राहत मिल रही है।
ईब नदी पर बनी पुरानी पुलिया समय के साथ जर्जर हो चुकी थी और संकरी होने के कारण दुर्घटनाओं का खतरा हमेशा बना रहता था। बरसात के दिनों में पुलिया पर पानी बहने से आवाजाही और भी जोखिमपूर्ण हो जाती थी। नागरिक लंबे समय से एक नए उच्चस्तरीय पुल की मांग कर रहे थे। अब इस स्वीकृति के बाद स्थानीय लोगों को सुरक्षित और निर्बाध यात्रा का लाभ मिलेगा।
नए पुल का निर्माण न केवल यातायात को सुगम बनाएगा बल्कि आर्थिक और सामाजिक विकास को भी गति देगा। स्थानीय किसान अपनी उपज को आसानी से बाजार तक पहुँचा सकेंगे। स्कूली बच्चों और मरीजों को अस्पतालों तक पहुँचने में सुविधा होगी। इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।
लोक निर्माण विभाग का कहना है कि (Bridge Construction) के दौरान आधुनिक तकनीकों का उपयोग किया जाएगा। पुल को इस तरह से डिजाइन किया जाएगा कि यह अधिक भार सह सके और लंबे समय तक टिकाऊ बना रहे। इसके लिए सुरक्षा मानकों का पालन किया जाएगा ताकि भविष्य में किसी प्रकार की दुर्घटना की संभावना न रहे।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह पुल सरगुजा अंचल की जीवनरेखा साबित होगा। इससे कुनकुरी और बगीचा के बीच दूरी कम होगी और क्षेत्र के विकास की संभावनाएं और बढ़ेंगी। व्यापार और रोजगार के अवसर भी खुलेंगे।
प्रदेश सरकार ने साफ किया है कि बुनियादी ढांचे का विकास उनकी प्राथमिकता है। हाल के वर्षों में अनेक नई सड़कों और पुलों का निर्माण किया गया है। (Bridge Construction) जैसी योजनाएं इस बात का प्रमाण हैं कि सरकार ग्रामीण इलाकों तक विकास की रोशनी पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है। स्थानीय लोगों ने सरकार के इस निर्णय का स्वागत किया है। उनका कहना है कि यह पुल उनकी वर्षों पुरानी मांग को पूरा करेगा और आने वाली पीढ़ियों को सुरक्षित व सहज यातायात की सुविधा प्रदान करेगा।