सीजी भास्कर, 25 जुलाई। भिलाई में छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा मजदूर कार्यकर्ता समिति के सदस्य कला दास डहरिया से पूछताछ करने NIA की टीम पहुंची है।
आपको बता दें कि जामुल लेबर कैम्प स्थित कलादास डहरिया के घर के बाहर CISF और जामुल पुलिस की टीम तैनात है। कलादास डहरिया रेला नाम का जनवादी सांस्कृतिक संगठन (NGO) चलाते हैं। ये NGO किसान, आदिवासी और मजदूरों के लिए काम करता है। इसके लिए देश भर से फंडिंग एनजीओ को मिलती है।
आज सुबह साढ़े 5 बजे छत्तीसगढ़ से बाहर की 4-5 गाड़ियों में भर कर आए लोगों ने यह छापेमारी की है। इस दौरान आसपास के घरों से भी लोगों के आने-जाने पर रोक लगा दी गई है। कार्रवाई को लेकर कला दास डहरिया ने कहा कि NIA ने उनसे नक्सली संपर्क को लेकर सवाल-जवाब किए हैं। मैं जनगायक हूं इसलिए कई लोगों के पास मेरा मोबाइल नंबर है, ऐसे में नक्सलियों से सांठगांठ की शंका गलत है। सरकार को ये बर्दाश्त नहीं कि हम मजदूरों और किसानों के लिए बात करें। मैंने पूछा था कि क्या औद्योगिक क्षेत्र में जांच कर पाएंगे कि मजदूरों का जीवन कैसे चल रहा है? इसी आवाज को दबाने के लिए कार्रवाई की जा रही है। 1 अगस्त को उन्हें रांची बुलाया गया है जबकि रेला हमारा सांस्कृतिक काम है।