सीजी भास्कर, 27 जनवरी। छत्तीसगढ़ में मेडिकल इक्यूपमेंट घोटाले को लेकर EOW-ACB ने बड़ी कार्रवाई की है। जिसके तहत राजधानी रायपुर और दुर्ग के एक दर्जन से अधिक दवा सप्लायरों के ठिकानों पर रेड मारी गई है।
आपको बता दें कि दुर्ग में मोक्षित कॉरपोरेशन में EOW- ACB ने दबिश दी है। यहां शांतिलाल चोपड़ा और उनके बेटे शशांक चोपड़ा के घर और ऑफिस में जांच की जा रही है। चोपड़ा फैमिली सरकारी मेडिकल एजेंसी में दवाइयां का सप्लाई करने का काम करती हैं। एक दर्जन से अधिक अधिकारी इस कार्रवाई में शामिल हैं। यह मामला री-एजेंट खरीदी से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। फ़िलहाल कोई बड़ी जानकारी सामने नहीं आई है।
बताया जा रहा है कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में हुई इस खरीदी में सप्लायर को करीब 100 गुना ज्यादा भुगतान किया गया है। कांग्रेस सरकार में हुई इस खरीदी के लिए भुगतान मौजूदा सरकार ने किया है। यह मामला सत्ता पक्ष के विधायकों की तरफ से विधानसभा में भी उठाया गया था। इसके बाद सदन में ही सरकार ने जांच की घोषणा की थी।
छत्तीसगढ़ के दुर्ग शहर में आज सुबह तीन गाड़ियों में एसीबी के 10 से अधिक अधिकारी दुर्ग के शांतिलाल चोपड़ा के घर और ऑफिस मोक्षित कॉरपोरेशन में छापेमारी करने पहुंचे हैं। राजधानी रायपुर के ठिकानों और दुर्ग में एसीबी ने एक साथ छापेमारी की है। एसीबी और ईओडब्ल्यू की टीम सुबह सुबह गंजपारा स्थित मोक्षित कार्पोरेशन और शांतिलाल व शशांक चोपड़ा के घर एक साथ पहुंची। तीन गाड़ियों में एक दर्जन से अधिकारी जांच करने पहुंचे हैं और पूरे घर व ऑफिस में दस्तावेज खंगाल रहे हैं। इस दौरान किसी को भी घर से अंदर बाहर जाने नहीं दिया जा रहा है वहीं, घर और ऑफिस के बाहर पुलिस बल भी मौजूद है।
दुर्ग में गंजपारा निवासी शांतिलाल चोपड़ा और उनके बेटे शशांक चोपड़ा मोक्षित कार्पोरेशन नाम से दवा और मेडिकल इक्विपमेंट की एजेंसी चलाते हैं। इस एजेंसी का कार्य सरकारी मेडिकल एजेंसी में दवा की सप्लाई करना है। आरोप है कि इस एजेंसी के जरिए इन लोगों ने कई करोड़ के भ्रष्टाचार किए हैं। उसी की जांच के लिए ईओजब्ल्यू और एसीबी की टीम यहां पहुंची है। खबर लिखे जाने तक अधिकारियों की जांच जारी है।