सीजी भास्कर, 14 अगस्त्त। छत्तीसगढ़ में एक थाना प्रभारी के खिलाफ एसपी ने बड़ी कार्रवाई की है। सुकमा जिले के कोंटा में पदस्थ टीआई पर चार पत्रकारों को गांजा के केस में फंसाने का आरोप है। उसे पहले निलंबित किया गया और अब उसके खिलाफ FIR दर्ज किया गया है। टीआई का नाम अजय सोनकर है और वह कोंटा थाना में पदस्थ हैं। उनके खिलाफ धारा 324, 331 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
आपको बता दें कि टीआई सोनकर ने साजिश के तहत आंध्र पुलिस के साथ मिलकर पत्रकारों की गाड़ी में गांजा रखवाया और गिरफ्तार करवा दिया। मीडिया कर्मियों के विरोध के बाद एसपी ने टीआई को लाइन अटैच किया था।
मिली जानकारी के मुताबिक, दंतेवाड़ा और सुकमा जिले के 4 पत्रकार बप्पी राय, धर्मेन्द्र सिंह, मनीष सिंह और निशु त्रिवेदी कोंटा क्षेत्र में अवैध रेत परिवहन की रिपोर्टिंग के लिए कोंटा पहुंचे थे। उनके द्वारा शबरी नदी से ट्रकों में रेत लोड कर तेलंगाना के हैदराबाद ले जाते वाहनों को रोक कर पूछताछ की गई और वीडियो बनाया गया। इसी बीच कोंटा थानेदार अजय सोनकर मौके पर पहुंचे। दो ट्रकों को थाना लेकर आए और रात को छोड़ दिया। अगले दिन कोंटा के एक लॉज में ठहरे 4 पत्रकार कोंटा सीमा पर आंध्र प्रदेश के चट्टी गए हुए थे, जहां उन्हें कार में गांजा रखने के आरोप में चिंतुर की पुलिस ने हिरासत में लिया और अपने साथ थाने ले गई। चिंतुर थाना आंध्र प्रदेश के अल्लूरी सीता रामाराजू जिले में है।
छत्तीसगढ़ के पत्रकारों से जुड़ा मामला होने के कारण गृहमंत्री तक बात पहुंची। उन्होंने बस्तर आईजी से बात की। बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने वहां के आईजी से इस संबंध में चर्चा कर पूरी जानकारी मांगी। इसके बाद सुकमा एसपी किरण गंगाराम चव्हाण ने तत्काल कार्रवाई करते हुए कोटा टीआई अजय सोनकर को पुलिस लाइन कोटा में अटैच कर दिया। आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि पत्रकारों के कार् में 40 किलो गांजा मिलने के मामले में आंध्र प्रदेश की चितुर पुलिस जांच कर रही है, वही यह भी जानकारी मिली है कि गिरफ्तार सभी पत्रकारों को आंध्र पुलिस से छुड़ाने की कार्रवाई भी तेज कर दी गई है