सीजी भास्कर, 19 अप्रैल : गुम हुए झुमके को वापस दिलाने के बहाने, घर में चार लोगों की मौत का डर दिखाकर तंत्र-मंत्र करने का दावा करते हुए रायपुर के तीन व्यक्तियों ने एक महिला से 11 लाख 58 हजार रुपए ठग (CG Fraud) लिए।
जब महिला ने इस बारे में अपने पति भरत लाल साहू को बताया, तो उन्होंने थाने में धारा 420 और 34 के तहत रिपोर्ट दर्ज कराई। यह मामला गुरुर के ग्राम ठेकवाडीह का है।
रिपोर्ट के अनुसार, महिला की रिश्तेदार पिंकी साहू, उसके पति आनंद साहू (30), शैलेंद्री श्रीवास, और तुकम श्रीवास ने उसकी पत्नी पूर्णिमा साहू के गुम हुए सोने के झुमके को वापस दिलाने का वादा किया। उन्होंने यह भी कहा कि प्रार्थी का दूसरी महिला के साथ अवैध संबंध है और घर में मौत का खतरा है।
30 अगस्त 2023 को, पूर्णिमा साहू रक्षाबंधन के अवसर पर अपने मायके रायपुर गई थीं और अपने साथ सोने का झुमका भी ले गई थीं। शाम 7 बजे उन्होंने झुमका खोने की जानकारी फोन पर दी, जिसे उन्होंने अपने पिता सुदर्शन साहू, मां लक्ष्मी साहू, और बहन पिंकी साहू को भी बताया। एक सप्ताह बाद जब वह वापस लौटीं, तो उन्होंने झुमके के बारे में जानने के लिए बैगा के पास जाने का सुझाव दिया, लेकिन मुझे विश्वास न होने के कारण मैंने मना कर दिया।
14 सितंबर 2023 को मेरे ससुर, सुदर्शन साहू, अपनी बेटी पूर्णिमा साहू को तीजा मनाने (CG Fraud) के लिए रायपुर ले गए। 22 सितंबर 2023 को मेरी साली, पिंकी साहू, ने मुझे मोबाइल पर बताया कि गुमे हुए झुमके का पता लगाने के लिए बैगा गुनिया करेंगे। उसकी सहेली, शैलेंद्र श्रीवास, ने बैगा से बात की है और झुमका मिलने की जानकारी दी है।
लेकिन उसने यह भी कहा कि घर में बाहरी हवा है और चार लोगों की मौत होने वाली है। मैंने इस पर ध्यान नहीं दिया, लेकिन उसने बार-बार जिद की। पूजा-पाठ के लिए 30 हजार रुपए की आवश्यकता होगी। डर के मारे, मैंने उसकी बातों पर विश्वास किया और पिंकी को उसी दिन फोन पे के माध्यम से 20 हजार रुपए भेज दिए।
इसके बाद, शैलेंद्री श्रीवास ने घर के सभी सदस्यों का बंधन कराने की बात कही और 45 हजार रुपए मांगे, यह कहते हुए कि पूजा-पाठ (CG Fraud) के बाद पैसा वापस मिल जाएगा। डर के कारण, मैंने 23 सितंबर 2023 को शैलेंद्री के मोबाइल पर फोन पे से 45 हजार रुपए भेज दिए। इसके बाद, उसने 30 हजार और मांगे, जिसे मैंने दे दिया।
फिर मैंने शैलेंद्री श्रीवास और उसके पति, तुकम श्रीवास, से मुलाकात की। तुकम श्रीवास ने कहा कि आपका काम सिद्ध हो गया है और दक्षिणा के लिए 12 हजार रुपए की आवश्यकता होगी। 19 जुलाई 2024 को, तुकम श्रीवास को 10 हजार रुपये और शैलेंद्र श्रीवास को 2 हजार रुपये उनके मोबाइल पर भेजे गए। इस प्रकार, पूरी ठगी को अंजाम दिया गया।
