सीजी भास्कर, 24 नवंबर। प्रदेश के चर्चित 3200 करोड़ के शराब और 550 करोड़ रुपए के डीएमएफ घोटाले (CG Liquor Scam) में ईओडब्ल्यू ने रविवार को 8 जिलों के 19 ठिकानों पर छापेमारी की। टीम सुबह 6 बजे एक साथ विभिन्न जगह पहुंची। कुछ स्थानों पर टीम को आधे घंटे तक इंतजार करना पड़ा। कार्रवाई शाम 6 बजे तक चली। यह कार्रवाई (EOW Raid Chhattisgarh) राज्य की अब तक की सबसे बड़ी संयुक्त छापेमारी में से एक मानी जा रही है।
कार्रवाई के दौरान अंबिकापुर से 17 लाख नकद और अन्य जगहों से जेवर, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस और दस्तावेज जब्त किए गए हैं। कुछ आरोपियों को पूछताछ के लिए ईओडब्ल्यू कार्यालय भी लाया गया है। जिनके यहां छापा पड़ा है, वे ज्यादातर अधिकारियों के रिश्तेदार हैं, जिनके नाम पर पैसे निवेश किए जाने के प्रमाण मिले हैं (Benami Property Case)।
ईओडब्ल्यू ने शराब घोटाले में जेल में बंद रिटायर्ड आईएएस अनिल टुटेजा और निरंजन दास के परिजनों व रिश्तेदारों के यहां छापेमारी की। टीम दास के पैतृक घर जगदलपुर पहुंची, जहां उनका भाई चितरंजन दास रहता है। दूसरी टीम भिलाई नेहरू नगर में बेटे अभिषेक दास और नवा रायपुर तथा दुर्ग स्थित बेटे अभिनव दास के मकानों तक पहुंची। यहां से प्रॉपर्टी के दस्तावेज जब्त किए गए। जांच के दौरान कैश भी मिला है।
दूसरी टीम ने रिटायर्ड आईएएस अनिल टुटेजा के रिश्तेदार अशोक टुटेजा के रायपुर और बिलासपुर स्थित मकानों में छापा मारा। बिलासपुर में उनके रिश्तेदार मयंक बुधिया और सुभाष टुटेजा के ठिकानों की तलाशी ली गई। जांच एजेंसी के पास प्रमाण हैं कि आरोपियों ने शराब घोटाले का पैसा रिश्तेदारों के नाम पर निवेश किया है (Money Laundering Link)।
(CG Liquor Scam) डीएमएफ घोटाले में भी बड़ी जब्ती
डीएमएफ का दुरुपयोग कर घटिया क्वालिटी के सामाग्री की खरीदी के आरोप में निलंबित आईएएस रानू साहू को कमीशन मिला। उनसे जुड़े ठेकेदार हरपाल अरोरा के ला-विस्टा स्थित बंगले में छापा मारा गया। तलाशी में लेन-देन से संबंधित दस्तावेज मिले हैं। रायपुर में ही अरुण उपाध्याय के ठिकाने पर भी दबिश दी गई।
धमतरी में पूर्व विधायक जया बेन दोषी के पोते और कारोबारी केतन दोषी के महालक्ष्मी ग्रीन्स स्थित घर में भी जांच की गई। केतन रियल एस्टेट कारोबार से जुड़े हैं। अंबिकापुर में पशु चिकित्सक डॉ. तनवीर अहमद और ठेकेदार अमित अग्रवाल के घर पर तलाशी ली गई। जांच में डॉ. अहमद के यहां से 17 लाख रुपए नकद और करोड़ों की संपत्ति के कागजात मिलने की चर्चा है।
कोंडागांव में कारोबारी कोणार्क जैन और चोपड़ा मेटल में भी छापेमारी की गई। बिलासपुर में सुकेश माखीजा और मनोज अग्रवाल के घर तलाशी ली गई। सभी को पिछली सरकार के दौरान डीएमएफ के तहत सामग्री आपूर्ति के ठेके मिले थे और सभी पर घटिया सामग्री सप्लाई करने का आरोप है (DMF Scam Proof)।
(CG Liquor Scam) आबकारी घोटाले में जिनके यहां छापे
निरंजन दास के भाई चितरंजन दास (जगदलपुर)
अभिषेक दास (भिलाई)
अभिनव दास (नवा रायपुर)
अशोक टुटेजा (रायपुर–बिलासपुर)
मयंक बुधिया (बिलासपुर)
सुभाष टुटेजा
(CG Liquor Scam) DMF घोटाले में छापे
हरपाल अरोरा (रायपुर)
अरुण उपाध्याय (रायपुर)
अमित अग्रवाल (अंबिकापुर)
मनोज अग्रवाल (बलरामपुर)
सुकेश माखीजा (बिलासपुर)
अभिनव खंडेलवाल (बिलासपुर)
केतन दोषी (धमतरी)
कोणार्क जैन (कोंडागांव)
दोनों घोटालों की झलक
(CG Liquor Scam) शराब घोटाला
छत्तीसगढ़ में शराब घोटाला तीन स्तर—पार्ट-A, B, C में हुआ।
पार्ट-A: सिंडीकेट को कमीशन
पार्ट-B: अवैध शराब से 560 → 600 रुपए प्रति पेटी कमीशन
पार्ट-C: ट्रांसपोर्टिंग, बॉटलिंग, पैकिंग, पोस्टिंग में वसूली
(CG Liquor Scam) डीएमएफ घोटाला
अधिकारियों ने 40% तक कमीशन लेकर ठेके दिए
ठेकेदारों ने 25–40% कमीशन लौटाया
बिल पास कराने में भी कमीशन
घटिया सामग्री की सप्लाई
डायरी के आधार पर 5 साल बाद भी छापे जारी
आईएएस रानू साहू, अनिल टुटेजा और निरंजन दास के घर मिली डायरी में लेन-देन का पूरा हिसाब था। जांच आगे बढ़ते ही नए खुलासे हो रहे हैं।
निरंजन दास को 20 करोड़
अनिल टुटेजा को 65 करोड़
रानू साहू को 57.58 करोड़ कमीशन का आरोप
