सीजी भास्कर, 29 अगस्त। छत्तीसगढ़ सरकार ने कल देर शाम चार आईएएस अधिकारियों को नई पदस्थापनाएं देने का आदेश जारी किया था, उसे तीन घंटे में बदलना पड़ गया। जीएडी ने कल रात करीब आठ बजे चार आईएएस अधिकारियों का ट्रांसफर आदेश जारी किया था मगर रात 11 बजे उसमें एक महत्वपूर्ण संशोधन हो गया। सरकार ने जनक प्रसाद पाठक को बिलासपुर संभाग का कमिश्नर बनाया था। मगर बाद में उन्हें रायपुर बुला लिया गया। उनकी जगह रायपुर कमिश्नर महादेव कांवरे को बिलासपुर संभाग आयुक्त का एडिशनल चार्ज दिया गया है।
दुष्कर्म केस पड़ा भारी
जनक प्रसाद पाठक 2020 में जांजगीर के कलेक्टर थे। उस समय एक महिला ने उन पर दुष्कर्म करने का आरोप लगाया था। महिला ने पुलिस थाने में शिकायत भी दर्ज कराई थी । इस सनसनीखेज आरोप के बाद राज्य सरकार ने उन्हें कलेक्टर पद से हटा दिया था। पाठक इस समय हाई कोर्ट से जमानत पर चल रहे हैं। और इसी संगीन केस के चलते उनका सचिव पद पर प्रमोशन नहीं हो पाया। जीएडी ने यहां से डीओपीटी को प्रमोशन के लिए नाम भेजा था मगर भारत सरकार ने प्रमोशन देने से मना कर दिया। उनके सारे बैचमेट सेकरेट्री प्रमोट हो गए हैं। मगर जनक पाठक अभी स्पेशल सेकरेट्र्री हैं।
आदेश बदलने का कारण बना
नीलम एक्का को हटाकर सरकार ने जनक प्रसाद पाठक को बिलासपुर का कमिश्नर बनाया था । मगर बाद में चूक का अहसास हुआ। दरअसल, जिस जांजगीर जिले के कलेक्टर चेंंबर में महिला से रेप की कथित घटना हुई थी, वह बिलासपुर संभाग में आता है। अब उसी संभाग के थाने में आईएएस के खिलाफ मामला दर्ज है ऐसे में इसी संभाग में कमिश्नर बनाए जाने से अच्छा संदेश नहीं जाता इसी कारण सरकार ने आनंद-फानन में जनक प्रसाद पाठक की पदस्थापना को कैंसिल करने का निर्णय किया है