सीजी भास्कर, 06 अक्टूबर | Chaitanya Baghel Liquor Scam Update: कोर्ट में पेश और रिमांड पूरी
रायपुर की स्पेशल कोर्ट में आज (5 अक्टूबर) पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे, चैतन्य बघेल (Chaitanya Baghel Liquor Scam Update) को EOW ने पेश किया। 24 सितंबर को शुरू हुआ उनका रिमांड 6 अक्टूबर को पूरा हुआ। EOW ने दावा किया कि पूछताछ के दौरान कई अहम जानकारियां सामने आई हैं। आगामी दिनों में शराब घोटाले की जांच का दायरा बढ़ाया जाएगा और कुछ अन्य व्यक्तियों पर भी कार्रवाई हो सकती है।
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश: 3 महीने में जांच पूरी
चैतन्य बघेल के बचाव पक्ष के वकील फैजल रिजवी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) को तीन महीने और EOW को दो महीने में जांच पूरी करने के निर्देश दिए हैं। अग्रिम जमानत याचिका खारिज होने के बाद सरकार की ओर से पेश वकील ने आश्वस्त किया कि तीन महीने में पूरी विवेचना पूरी कर ली जाएगी।
ED का दावा: चैतन्य को मिला 16.70 करोड़ का लाभ
ED की जांच में सामने आया है कि शराब घोटाले से जुड़े कुल रकम में से चैतन्य बघेल (Chaitanya Baghel Liquor Scam Update) के हिस्से में 16.70 करोड़ रुपए आए। इस अवैध धनराशि को रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स में निवेश कर कानूनी रूप देने का प्रयास किया गया। ED ने कहा कि उन्होंने ब्लैक मनी को सफेद दिखाने के लिए फर्जी निवेश रिकॉर्ड प्रस्तुत किए। साथ ही, सिंडिकेट के सहयोग से करीब 1000 करोड़ रुपए की धनराशि की हेराफेरी में भी उनकी भूमिका रही।
विट्ठल ग्रीन प्रोजेक्ट में निवेश की जांच
ED ने बताया कि चैतन्य बघेल के विट्ठल ग्रीन प्रोजेक्ट (बघेल डेवलपर्स) में शराब घोटाले की धनराशि निवेश की गई थी। प्रोजेक्ट के वास्तविक खर्च 13-15 करोड़ रुपए थे, जबकि रिकॉर्ड में केवल 7.14 करोड़ दिखाए गए। जब्त डिजिटल उपकरणों से यह भी पता चला कि 4.2 करोड़ रुपए कैश भुगतान किए गए, जो रिकॉर्ड में शामिल नहीं थे।
फर्जी फ्लैट खरीदी और कैश ट्रांसफर का खुलासा
ED की जांच में यह भी सामने आया कि त्रिलोक सिंह ढिल्लो ने 19 फ्लैट खरीदने के लिए 5 करोड़ रुपए बघेल डेवलपर्स को ट्रांसफर किए। इन फ्लैट्स को कर्मचारियों के नाम पर खरीदा गया, लेकिन भुगतान ढिल्लो ने किया। साथ ही, भिलाई के एक ज्वेलर्स ने 5 करोड़ रुपए उधार दिए, जो बाद में बघेल की कंपनियों को लोन के रूप में ट्रांसफर हुए और फिर 6 प्लॉट खरीदे गए।
Chaitanya Baghel Liquor Scam Update: जांच और आगे की कार्रवाई
ED और EOW की जांच जारी है और आगामी महीनों में और खुलासे हो सकते हैं। अदालत ने स्पष्ट किया है कि जांच निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरी की जाएगी, ताकि सभी पक्षों को न्याय मिल सके और घोटाले की पूरी सच्चाई सामने आए।