सीजी भास्कर, 9 मार्च। Uttarakhand News: उत्तराखंड के हरिद्वार स्थित ऋषिकुल आयुर्वेदिक कॉलेज में कुछ मुस्लिम छात्रों द्वारा रमजान के मौके पर इफ्तार आयोजन और उसमें बाहरी लोगों को आमंत्रित करने को लेकर विवाद खड़ा हो गया. शनिवार को बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कॉलेज परिसर में पहुंचकर इसका विरोध किया और हंगामा किया. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर प्रदर्शनकारियों को शांत कराया, जिसके बाद वे परिसर से चले गए. हालांकि, इससे पहले बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने कॉलेज प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि तीन दिनों के भीतर दोषी छात्रों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो वे उग्र प्रदर्शन करेंगे.
जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को ऋषिकुल आयुर्वेदिक कॉलेज में कुछ मुस्लिम छात्रों ने परिसर में इफ्तार का आयोजन किया था. इस आयोजन में कथित तौर पर बाहरी लोग भी शामिल हुए थे. बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को इसकी जानकारी मिलने पर उन्होंने इस आयोजन पर आपत्ति जताई और शनिवार को कॉलेज परिसर में प्रदर्शन किया.
बजरंग दल के पदाधिकारी अमित कुमार ने आरोप लगाया कि धार्मिक नगरी हरिद्वार में “साजिश के तहत” इस तरह का आयोजन किया गया है. उन्होंने कहा कि ऋषिकुल आयुर्वेदिक कॉलेज का ऐतिहासिक महत्व है और इसे पंडित मदन मोहन मालवीय द्वारा स्थापित ऋषिकुल विद्यापीठ के अंतर्गत शुरू किया गया था. यहां देशभर से छात्र आयुर्वेदिक चिकित्सा की पढ़ाई के लिए आते हैं.
बजरंग दल के पदाधिकारी ने कहा कि नगर निगम के नियमों के तहत हरिद्वार में गैर-हिंदुओं द्वारा किसी भी तरह के धार्मिक आयोजन पर प्रतिबंध है. उनका आरोप था कि इफ्तार आयोजन के जरिए “इस्लामिक जिहाद” फैलाने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि तीन दिनों के भीतर कॉलेज प्रशासन दोषी छात्रों पर कार्रवाई नहीं करता और उन्हें निष्कासित नहीं करता, तो वे उग्र प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे.
कॉलेज शिक्षकों की एक समिति करेगी मामले की जांच
ऋषिकुल आयुर्वेदिक कॉलेज के निदेशक डी.सी. सिंह ने बताया कि उन्हें इस आयोजन की शिकायत मिली थी. उन्होंने कहा, “कुछ छात्र परिसर में खान-पान का सामान लेकर आए थे, लेकिन जब हमें इसकी जानकारी मिली, तो हमने तुरंत इसे रुकवा दिया. उन्होंने आगे बताया कि मामले की जांच के लिए कॉलेज शिक्षकों की एक समिति गठित की गई है, जो रिपोर्ट सौंपेगी. रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई तय की जाएगी.
कॉलेज प्रशासन की जांच के बाद पुलिस उठाएगी कोई कदम
कॉलेज परिसर में विरोध प्रदर्शन की सूचना मिलने पर पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और प्रदर्शनकारियों को शांत कराया. पुलिस अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिया कि मामले की जांच के बाद उचित कदम उठाए जाएंगे. इसके बाद प्रदर्शनकारी वहां से चले गए. पुलिस के अनुसार, अब तक इस मामले में कोई कानूनी शिकायत दर्ज नहीं की गई है, लेकिन स्थिति पर नजर रखी जा रही है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि कॉलेज प्रशासन को पहले मामले की जांच करने दी जाएगी और यदि कोई विवादित तत्व सामने आता है, तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
धार्मिक उन्माद फैलाने की मंशा नहीं थी- मुस्लिम छात्र
हरिद्वार को हिंदू धार्मिक नगरी माना जाता है और यहां समय-समय पर धार्मिक आयोजनों को लेकर विवाद खड़े होते रहे हैं. नगर निगम के कुछ नियमों के अनुसार, यहां गैर-हिंदू धार्मिक आयोजनों पर प्रतिबंध की बात कही जाती है, लेकिन इस पर अलग-अलग व्याख्या होती रही है. बजरंग दल के कार्यकर्ताओं का कहना है कि यदि इफ्तार आयोजन में बाहरी लोगों को आमंत्रित किया गया था, तो यह नगर निगम के नियमों का उल्लंघन हो सकता है. वहीं मुस्लिम छात्रों का कहना है कि यह एक निजी आयोजन था और इसमें किसी भी तरह की धार्मिक उन्माद फैलाने की मंशा नहीं थी.
नगर निगम के नियमों को लेकर छिड़ी बहस
फिलहाल, कॉलेज प्रशासन मामले की जांच कर रहा है और रिपोर्ट आने के बाद ही तय किया जाएगा कि क्या कार्रवाई की जाएगी. पुलिस भी इस पर नजर बनाए हुए है ताकि स्थिति बिगड़ने न पाए. इस घटना ने हरिद्वार में धार्मिक आयोजनों और नगर निगम के नियमों को लेकर एक बार फिर बहस छेड़ दी है. आने वाले दिनों में कॉलेज प्रशासन और पुलिस की रिपोर्ट के बाद ही यह साफ होगा कि इस मामले में क्या कदम उठाए जाएंगे.