सीजी भास्कर, 2 जुलाई |
बिलासपुर में बारिश के दौरान रेत की अवैध खुदाई और भंडारण के बावजूद कीमतों में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई है। जिसके विरोध में जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष समेत कार्यकर्ता बुधवार दोपहर 3 बजे अरपा नदी पर जल सत्याग्रह करेंगे।
जिलाध्यक्ष केशरवानी ने कहा कि, रेत माफियाओं पर जल्द अंकुश लगाया जाए और रेत की कीमत तय की जाए। उन्होंने कहा कि, हम माफियाओं के ठिकाने प्रशासन को बताएंगे। जहां रेत डंप किया गया है। पर्यावरण संरक्षण मंडल के नियमों को धता बताते हुए रेत माफिया दबंगई पर उतर आए हैं।
उन्होंने कहा कि, बलरामपुर में माफिया के इशारे पर कॉन्स्टेबल को ट्रैक्टर से रौंदकर हत्या कर दी गई। बिलासपुर जिले में माफियाओं का आतंक ऐसा कि लोग शिकायत करने से डरते हैं। रेत की कीमत सरकार के बजाय माफिया तय कर रहे हैं। 15 जून से रेत की खोदाई पर ज़िला प्रशासन व पर्यावरण संरक्षण मंडल की ओर से प्रतिबंध लग जाता है।
प्रतिबंध के बाद भी अब दिन के बजाय रात में अरपा सहित जिले की नदियों में रात में अवैध खुदाई चल रही है। इसके साथ ही वाहनों के जरिए परिवहन भी हो रहा है। माफिया के इशारे पर जगह-जगह रेत डंप किया जा रहा है। डंप किए रेत को बारिश के मौसम का फायदा उठाकर बहुत अधिक दाम पर बेचा जा रहा है।
रेत माफिया और अफसरों की सांठगांठ का आरोप
जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विजय केशरवानी ने खनिज विभाग के अधिकारी, मैदानी अमला और माफिया के बीच सांठगांठ का आरोप लगाते हुए कहा कि, रेत की खुदाई हो रही है, तभी तो जगह-जगह रेत डंप किया जा रहा है।
हैरानी की बात ये है कि खुदाई वाले जगह पर छापामार कार्रवाई के बजाय खनिज विभाग के अधिकारी रेत डंपिंग स्पाट पर पहुंचकर रेत की जब्ती बनाकर वाहवाही लूट रहे हैं। स्पष्ट है कि नदियों में रेत की खुदाई के बाद ही जगह-जगह रेत डंप किया जा रहा है।
जरूरतमंदों को रियायती दर पर उपलब्ध कराएं रेत
जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विजय केशरवानी ने कलेक्टर संजय अग्रवाल और राज्य शासन से मांग की है कि खनिज विभाग, जिला और पुलिस प्रशासन जब्त किए गए रेत को जरूरतमंदों को रियायती दर पर उपलब्ध कराई जाए। इससे लोगों को कम दाम पर रेत मिलेगा। जिससे वो अपना रुका काम पूरा कर सकेंगे। इससे माफियाओं की मंशा भी धरी की धरी रह जाएगी।