सीजी भास्कर, 29 सितंबर। इस साल अच्छी बारिश ने छत्तीसगढ़ के जल संसाधनों को मजबूत (Chhattisgarh Dams Water Level) किया है। प्रदेश के 12 बड़े और 34 मध्यम श्रेणी के बांधों में 90.66% जलभराव दर्ज किया गया है। जल संसाधन विभाग की रिपोर्ट बताती है कि यह स्तर पिछले वर्ष की तुलना में कहीं बेहतर है।
बीते वर्ष बड़े बांधों में 76.12% और मध्यम बांधों में 87.13% पानी था, जबकि इस बार क्रमशः 90.11% और 93.61% भंडारण है। इसका असर यह होगा कि गर्मी के दिनों में रायपुर और दुर्ग समेत कई जिलों में पेयजल (Chhattisgarh Dams Water Level) संकट नहीं होगा।
विशेषज्ञ की राय
पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के भू-विज्ञान अध्ययनशाला के प्रो. डॉ. निनाद बोधनकर का कहना है कि इस बार जलभराव की स्थिति संतोषजनक है। इससे रबी सीजन की फसलों के लिए पर्याप्त पानी उपलब्ध रहेगा। पेयजल आपूर्ति और औद्योगिक जरूरतों पर भी असर नहीं पड़ेगा।
बड़े बांधों में जल भंडारण (प्रतिशत) – 27 सितंबर 2025 की स्थिति
बांध | 2025 | 2024 |
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मिनीमाता बांगो | 91.37 | 87.29 |
रविशंकर सागर | 93.22 | 85.26 |
तांदुला | 100 | 84.26 |
दुधावा | 71.38 | 99.37 |
सिकासार | 94.32 | 89.75 |
खारंग | 100 | 94.65 |
सोंदूर | 75.47 | 74.64 |
मुरुमसिल्ली | 99.36 | 99.54 |
कोडार | 54.70 | 55.55 |
मनियारी | 100 | 98.25 |
केलो | 71.77 | 88.23 |
अरपा भैंसाझार | 68.19 | 74.41 |
वर्षवार जलभराव स्थिति (27 सितंबर)
2025 : 90.66%
2024 : 87.62%
2023 : 77.86%
शत-प्रतिशत भरे बांध (19)
तांदुला, खारंग, मनियारी, खरखरा, कोसारटेडा, परलकोट, चिरपानी, मोंगरा, घोंघा, मटियामोति, कारा नाला, बंकी, किंनकरी, कुंवरपुर, सूखा नाला, खपरी, बरनई, पुटकका नाला (Chhattisgarh Dams Water Level) और मायना।
90% से ज्यादा भरे बांध (10)
मिनीमाता बांगो (91.37), गंगरेल (93.22), सिकासार (94.32), मुरुमसिल्ली (99.36), गोंदली (98.58), सुतियापाट (96.96), केदार (99.98), बेहारखार (98.25), धारा (99.21), घुमरिया (94.85)।