सीजी भास्कर, 20 सितम्बर। छत्तीसगढ़ में टैक्स चोरी का अब तक का सबसे बड़ा मामला सामने आया है। खुलासा हुआ कि Chhattisgarh GST Fraud 100 Crore के पीछे मोहम्मद फरहान सोरठिया का हाथ है। खुद को GST सलाहकार बताने वाला फरहान 5 राज्यों में 170 से अधिक बोगस फर्मों के जरिये फर्जी बिलिंग कर रहा था।
170 बोगस फर्मों के जरिए फर्जीवाड़ा
जांच रिपोर्ट के मुताबिक फरहान ने केवल 26 फर्मों के नाम पर 822 करोड़ रुपए के ई-वे बिल बनाए।
जबकि कारोबार का आंकड़ा मात्र 106 करोड़ दिखाया गया।
इस गड़बड़ी से राज्य को 100 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ।
अधिकारियों का कहना है कि –
फरहान ने किरायानामा, सहमति पत्र और एफिडेविट जैसे दस्तावेज भी जाली तैयार करवाए। ताकि फर्मों का पंजीयन सही लगे।
छापे में मिले कैश और गोल्ड
12 सितंबर को फरहान के दफ्तर पर हुई छापेमारी में 172 फर्मों के पंजीयन दस्तावेज और बोगस बिलिंग के कागज बरामद हुए। वहीं उसके घर से 1.64 करोड़ रुपए कैश और 400 ग्राम सोने के चार बिस्किट मिले। (Chhattisgarh GST Fraud 100 Crore) पता चला कि कुछ अहम दस्तावेज अपने चाचा मोहम्मद अब्दुल लतीफ के घर में छुपा रखे थे। 17 सितंबर को वहां भी तलाशी ली गई।
पांच राज्यों में फैला नेटवर्क
यह धोखाधड़ी केवल छत्तीसगढ़ तक सीमित नहीं रही। पंजाब, असम, मणिपुर और ओडिशा में भी इन फर्मों का नेटवर्क फैला हुआ था। Bogus Supply Bills और Fake E-Way Bills जारी कर कई ब्रोकर, स्क्रैप डीलर और ITC का लाभ उठाने वाली कंपनियां भी इसमें शामिल पाई गईं। (Input Tax Credit)
विभाग की सख्ती और आगे की कार्रवाई
विभाग ने साफ कहा है कि Chhattisgarh GST Fraud 100 Crore से जुड़े सभी लोगों पर कानूनी शिकंजा कसा जाएगा। बोगस लेन-देन और फर्जी बिलिंग से हुए नुकसान की पूरी गणना जारी है।
फरहान फिलहाल फरार है, लेकिन उसके नेटवर्क से जुड़ी हर कड़ी को जोड़ा जा रहा है।
अधिकारियों का कहना है कि –
टैक्स चोरी रोकने और जनता-कारोबारियों के हित की रक्षा के लिए यह कार्रवाई प्राथमिकता पर की जा रही है।