सीजी भास्कर, 19 दिसंबर। नए साल की शुरुआत में छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली पटरियों पर सफर करने वालों को अतिरिक्त सावधानी बरतनी होगी। रेल प्रशासन की ओर से परिचालन से जुड़ी अहम जानकारी जारी (Chhattisgarh railway) की गई है,
जिसके तहत राज्य से होकर गुजरने वाली दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की 7 ट्रेनें जनवरी के आखिरी सप्ताह से फरवरी के मध्य तक तय तिथियों पर रद्द रहेंगी। इस फैसले का सीधा असर रायगढ़, कोरबा, बिलासपुर, दुर्ग, जांजगीर-चांपा और राजनांदगांव जिलों के यात्रियों पर पड़ेगा।
असल में, काजीपेट–बल्लारशाह सेक्शन में तीसरी लाइन और नई लाइन के कमीशनिंग कार्य को लेकर नॉन-इंटरलॉकिंग की प्रक्रिया लागू की जा रही है। इसके चलते लंबी दूरी की कई ट्रेनों की मौजूदा व्यवस्था प्रभावित हो रही है। कुछ ट्रेनों को कैंसिल करना पड़ा है, वहीं कुछ गाड़ियों के रूट और समय में बदलाव किया गया है। रेल प्रशासन का कहना है कि यह पूरा कार्यक्षेत्र इंफ्रास्ट्रक्चर विस्तार के तहत किया जा रहा है, जिससे आगे यात्रियों को अधिक सुविधा और तेज गति वाली सेवाओं का लाभ मिलेगा।
यात्रियों के लिए चुनौती इस बात की है कि रद्द या परिवर्तित ट्रेनों की तिथियां अलग-अलग हैं। ऐसे में सफर तय करने से पहले समय और स्थिति की जांच करना बेहद जरूरी (Chhattisgarh railway) हो गया है। खासकर उन यात्रियों के लिए जो रोज़ाना या तय अंतराल में लंबी दूरी की यात्रा पर रहते हैं।
इसी क्रम में, यशवंतपुर से रवाना होने वाली गाड़ी संख्या 12251 यशवंतपुर–कोरबा एक्सप्रेस 27 जनवरी, 3, 10 और 13 फरवरी को बदले हुए मार्ग से चलाई जाएगी। यह ट्रेन काचीगुड़ा, निजामाबाद जंक्शन, मुदखेड़ जंक्शन, पिंपलखुटी, नागपुर, दुर्ग और बिलासपुर होकर अपने गंतव्य की ओर बढ़ेगी।
काम पूरा होने तक यह स्थितियां बनी रहेंगी, इसलिए यात्रियों को टिकट बुकिंग, रद्दीकरण और वैकल्पिक यात्रा विकल्पों को लेकर सतर्क रहना (Chhattisgarh railway) होगा। कई लोगों के लिए यह असुविधाजनक जरूर है, मगर इस विकासकार्य के बाद रेल परिचालन में आसानी आने की उम्मीद दिखाई दे रही है।


