सीजी भास्कर, 4 नवम्बर। छत्तीसगढ़ की लाखों महिलाओं के लिए 5 नवम्बर का दिन खास होने वाला है। इस दिन उपराष्ट्रपति सी.पी. राधाकृष्णन के करकमलों से महतारी वंदन योजना (Chhattisgarh Women Scheme) की 21वीं किश्त जारी की जाएगी। यह कार्यक्रम राजनांदगांव में आयोजित लखपति दीदी सम्मेलन में होगा, जहां उपराष्ट्रपति 69 लाख से अधिक हितग्राही महिलाओं के बैंक खातों में ₹647 करोड़ 28 लाख 36 हजार 500 रुपये की राशि ऑनलाइन ट्रांसफर करेंगे।
इस अवसर पर उन 7,658 महिलाओं को भी पहली बार इस योजना का लाभ मिलेगा, जो बस्तर संभाग के ऐसे गांवों से आती हैं जो हाल ही में माओवाद के प्रभाव से मुक्त हुए हैं। ये महिलाएं नियद नेल्ला नार योजना के अंतर्गत आने वाले गांवों से हैं, और अब इन्हें ₹76 लाख 26 हजार 500 रुपये की राशि का भुगतान किया जाएगा।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार (Chhattisgarh Women Scheme) का लक्ष्य है कि कोई भी महिला सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित न रहे। बस्तर संभाग के 327 गांवों में बुनियादी सुविधाओं के विकास के साथ-साथ लोगों तक योजनाओं का लाभ पहुंचाया जा रहा है। माओवाद से मुक्त गांवों में नियद नेल्ला नार योजना के जरिये शासन की पहुंच अब हर घर तक हो रही है।
उन्होंने कहा कि यह गर्व की बात है कि माओवाद मुक्त गांवों की महिलाएं अब महतारी वंदन योजना जैसी महत्वपूर्ण योजना से जुड़ रही हैं, और इसकी शुरुआत उपराष्ट्रपति के हाथों होना राज्य के लिए ऐतिहासिक क्षण है।
महतारी वंदन योजना के तहत प्रदेश की सभी पात्र महिलाओं (Chhattisgarh Women Scheme) को प्रति माह ₹1000 की सहायता राशि दी जाती है। अब तक सरकार द्वारा 20 किश्तों में ₹13,024 करोड़ 40 लाख रुपये की राशि वितरित की जा चुकी है। 5 नवम्बर को 21वीं किश्त जारी होने के बाद यह राशि बढ़कर ₹13,671 करोड़ 68 लाख रुपये तक पहुंच जाएगी।
महिला एवं बाल विकास विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, नियद नेल्ला नार योजना में शामिल नई लाभार्थी महिलाओं में बीजापुर जिले की 3,872, दंतेवाड़ा की 428, कांकेर की 191, नारायणपुर की 559 और सुकमा जिले की 2,608 महिलाएं शामिल हैं।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी को पूरा करते हुए छत्तीसगढ़ सरकार महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में लगातार प्रयासरत है। महतारी वंदन योजना इस दिशा में राज्य की सबसे सफल और व्यापक योजना मानी जा रही है।
इस योजना ने ग्रामीण व शहरी दोनों क्षेत्रों की महिलाओं को वित्तीय सुरक्षा दी है और यह सामाजिक बदलाव का प्रतीक बन चुकी है। आगामी किश्त के वितरण से न केवल लाखों परिवारों को राहत मिलेगी, बल्कि सरकार के महिला सशक्तिकरण मिशन को और मजबूती मिलेगी।
