सीजी भास्कर, 04 मार्च । राज्य कर्मचारी संघ छत्तीसगढ़ के महामंत्री अश्वनी चेलक ने कहा कि बजट (Chhattisgarhs Budget) कर्मचारियों के लिए उम्मीद की किरण लेकर आया है। महंगाई भत्ते में 3% की वृद्धि से कर्मचारियों को राहत मिली है, लेकिन पेंशनरों के लिए सरकार ने डीआर के संबंध में कोई घोषणा नहीं की। चेलक ने राज्य सरकार से अनुरोध किया है कि वह तुरंत मध्यप्रदेश सरकार को पत्र भेजकर पेंशनरों के लिए डीआर बढ़ाने की मांग करे, ताकि पेंशनरों को बकाया राशि जल्द मिल सके।
इसके अतिरिक्त, सरकारी कर्मचारियों को कुछ राहत मिली है, क्योंकि महंगाई भत्ते में वृद्धि की गई है, जो अब 53% तक पहुँच गया है। छत्तीसगढ़ अधिकारी कर्मचारी फेडरेशन के अध्यक्ष कमल वर्मा ने इस वृद्धि का स्वागत किया है।
शालेय शिक्षक संघ ने बजट (Chhattisgarhs Budget) को निराशाजनक करार दिया है। संघ के प्रांताध्यक्ष वीरेंद्र दुबे ने कहा कि शिक्षकों को पुरानी सेवा गणना, वेतन विसंगति, कैशलेस चिकित्सा और पूर्ण पेंशन जैसी लंबित मांगों के समाधान की उम्मीद थी, लेकिन बजट में इन मुद्दों पर कोई निर्णय नहीं लिया गया।
संघ के प्रदेश अध्यक्ष गोपाल प्रसाद साहू ने बताया कि अनियमित कर्मचारियों की भी उम्मीदें टूट गई हैं, क्योंकि उनके नियमितीकरण, स्थायीकरण और न्यूनतम वेतन की मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया। छत्तीसगढ़ प्रगतिशील अनियमित कर्मचारी फेडरेशन ने इसे कर्मचारियों के साथ धोखा बताया है और 13 अप्रैल को धरना-प्रदर्शन की चेतावनी दी है।
महंगाई भत्ते की घोषणा का स्वागत Chhattisgarhs Budget
छत्तीसगढ़ व्यायाता संघ ने वित्त मंत्री द्वारा महंगाई भत्ते की घोषणा का स्वागत किया है। संघ के प्रदेश अध्यक्ष राकेश शर्मा और प्रवक्ता जितेंद्र शुक्ला ने इसे कर्मचारियों के प्रति एक संवेदनशील कदम बताया।
हालांकि, उन्होंने महंगाई भत्ता लंबित तिथि से देने की मांग की और बकाया एरियर्स, 300 दिन के अवकाश नकदीकरण जैसी अन्य लंबित समस्याओं के समाधान की अपील की। संघ ने आशा व्यक्त की है कि साय सरकार इन मुद्दों का समाधान करेगी।