सीजी भास्कर, 24 अक्टूबर। भिलाई में अपोलो बीएसआर अस्पताल की शुरुआत करने वाले शिशुरोग विशेषज्ञ डॉ. एमके खंडूजा पर करोड़ों की ठगी के अब तक आरोप लग चुके हैं। शहर के ही एक एजुकेशनल ग्रुप से 19 करोड़ लेकर हास्पिटल दूसरे को बेच डाक्टर खंडूजा पिछले एक साल से परिवार समेत फरार थे। गत दिनों कोलकाता से गिरफ्तार कर दुर्ग पुलिस उन्हें लेकर आई तो ताबड़तोड़ शिकायतों का पुलिंदा थाना तक पहुंच गया। 19 करोड़ की ठगी के मामले में गिरफ्तार खंडूजा ने रिटायर्ड बीएसपी कर्मी, शहर के चिकित्सक और बड़े व्यापारियों को चूना लगा रखा था, गिरफ्तारी बाद खंडूजा पर डेढ़ सौ करोड़ से भी ज्यादे की हेराफेरी की शिकायतें मिली हैं। डाक्टर खंडूजा ने बीएसआर हेल्थ वेंचर में लाखों रुपए इन्वेस्ट कराए और इन्हीं रूपयों से नेहरू नगर में आलीशान बंगला बनवाया, कई लग्जरी कारें खरीदीं।
मिली जानकारी के अनुसार डॉ. एमके खंडूजा ने भिलाई स्टील प्लांट के 3 सौ से अधिक लोगों से 100 करोड़, रुंगटा ग्रुप से करीब 20 करोड़, दुर्ग, राजनांदगांव और रायपुर समेत कई जिलों में व्यापारियों और डॉक्टरों से भी करोड़ों की ठगी की है।आपको बता दें कि बीएसपी से ही नौकरी की शुरुआत करने वाले डॉक्टर खंडूजा ने बीएसपी में अच्छी पकड़ बना ली थी। इसके बाद उन्होंने नौकरी छोड़ दी और पॉवर हाउस में छोटा सा क्लीनिक खोल लिया।
खंडूजा बीएसपी अफसरों की मिलीभगत से उन लोगों का नाम और पता निकाल लेते थे जो कि रिटायर होने वाले हों। डॉ. खंडूजा उनसे संपर्क करते और बीएसआर में निवेश करने पर ज्यादा ब्याज का लालच देकर रकम ऐंठते रहे। वो और उनकी टीम ने रिटायर्ड बीएसपी कर्मचारियों से अधिक ब्याज का लालच देकर बीएसआर हेल्थ वेंचर में लाखों रुपए इन्वेस्ट करवाए।
डॉ. खंडूजा पर बैंक का भारी भरकम कर्ज था। इस कर्ज को चुकाने के लिए उसने लोगों को झांसे में लेकर उनसे पैसे लिए। इसके बाद उसने बैंक का कर्ज चुकाया और फिर उसने पूरा अस्पताल किसी और को बेच दिया। अब तक 27 रिटायर्ड बीएसपी कर्मी और उनके परिजनों ने स्मृति नगर चौकी पहुंच डॉ. खंडूजा से उनका पैसा वापस दिलाने की मांग की है।
डॉ. खंडूजा बीएसआर अपोलो हॉस्पिटल स्मृति नगर के पूर्व संचालक BSR स्कैन सेंटर भिलाई, दुर्ग और नागपुर के डायरेक्टर थे। वो नेहरू नगर पूर्व में रहते थे। पिछले कुछ सालों से वो शहर के लोगों से करोड़ों की धोखाधड़ी कर फरार थे।एसपी दुर्ग जितेंद्र शुक्ला के निर्देश पर उप निरीक्षक वरुण देवता और प्रधान आरक्षक जसपाल सिंह के नेतृत्व में एक टीम को वहां भेजा गया। छावनी पुलिस की टीम ने कोलकाता जाकर शनिवार को डॉ. खंडूजा को गिरफ्तार किया और उन्हें लेकर भिलाई पहुंची। इसके बाद उन्हें जेल भेजा गया।
डॉ. मनमोहन कुमार खंडूजा ने दुर्ग निवासी आरपीएस 1 के संचालक सोनल रूंगटा (42 वर्ष) से 19 करोड़ से अधिक की धोखाधड़ी की थी। सोनल ने अपनी शिकायत में छावनी पुलिस को बताया कि, उन्होंने डॉ. खंडूजा से 50,000 वर्गफीट कुल रकबा 3.50 एकड़ जुनवानी रोड स्मृति नगर स्थित जमीन का सौदा किया था। उस जमीन पर अपोलो हॉस्पिटल बना था जिसका सौदा 96 करोड़ रुपए में हुआ था। सोनल ने बतौर एडवांस खंडूजा को 19 करोड़ 14 लाख रुपए दिए थे। एडवांस लेने के बाद खंडूजा ने उस जमीन को विपीन कुमार अग्रवाल को बेच दिया। सोनल का एडवांस भी नहीं लौटाया, इसी मामले में पुलिस ने डाक्टर खंडूजा को गिरफ्तार किया है।