सीजी भास्कर 20 जुलाई
छतरपुर (मध्यप्रदेश), 15 जुलाई: मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले के नौगांव थाना क्षेत्र में मानवाधिकारों को झकझोर देने वाली घटना सामने आई है। यहां झाड़ू बनाने का काम करने वाले चार युवकों ने पुलिस पर बर्बरता का आरोप लगाया है। पीड़ितों का दावा है कि उन्हें चोरी के झूठे आरोप में थाने लाया गया, जहां कपड़े उतरवाकर उल्टा लटकाया गया, बेल्ट से पीटा गया और उनके गुप्तांग में मिर्ची डाली गई।
घटना का पूरा विवरण:
नौगांव क्षेत्र के कंजड़पुर धरमपुरा गांव के रहने वाले ये युवक 15 जुलाई को एक मकान के उद्घाटन कार्यक्रम से लौट रहे थे। रास्ते में वे पेशाब कर रहे थे, तभी डायल-100 की गाड़ी पहुंची और बिना किसी ठोस वजह के पांचों को उठा लिया गया। इनमें से एक युवक विकलांग था, जिसे छोड़ दिया गया, जबकि बाकी चारों को थाने ले जाकर लगातार चार दिनों तक प्रताड़ित किया गया।
पीड़ितों का कहना है कि चोरी कबूलवाने के लिए उन्हें उल्टा लटकाया गया, लात-घूंसों और बेल्ट से पीटा गया, और उनके गुप्तांग में लाल मिर्च पाउडर डाल दिया गया।
भीम आर्मी और कांग्रेस नेताओं की दखल:
घटना की जानकारी मिलने के बाद भीम आर्मी के कार्यकर्ता और परिजन शनिवार शाम को एसपी कार्यालय पहुंचे और नारेबाजी करते हुए धरने पर बैठ गए। रात डेढ़ बजे तक प्रदर्शन चला, जिसके बाद प्रशासन ने समझाइश देकर उन्हें हटाया।
इधर, कांग्रेस नेता उमंग सिंघार और दिग्विजय सिंह ने भी पीड़ितों से फोन पर बात कर न्याय का भरोसा दिलाया। पूर्व विधायक नीरज दीक्षित भी पीड़ितों से मिलने पहुंचे।
मेडिकल जांच और पुलिस की प्रतिक्रिया:
रात में पुलिस ने तीन पीड़ितों को जिला अस्पताल में मेडिकल जांच के लिए ले जाया। एसडीओपी अमित मेश्राम ने बताया कि पीड़ितों को घर सुरक्षित छोड़ा गया और जांच जारी है। इस मामले में एक युवक लापता भी है, जिसकी तलाश में पुलिस जुटी है। परिजनों ने हत्या की आशंका जताई है।
SC/ST एक्ट में केस दर्ज करने की मांग:
भीम आर्मी और प्रदर्शनकारियों ने आरोपी पुलिसकर्मियों पर SC/ST एक्ट में मामला दर्ज कर तत्काल सस्पेंड करने की मांग की है। घटना ने एक बार फिर पुलिसिया रवैये पर सवाल खड़े कर दिए हैं।