सीजी भास्कर, 02 दिसंबर। राजस्थान अपराध अन्वेषण विभाग (CID) खुफिया की जयपुर इकाई ने भारतीय सेना (CID Espionage Arrest) की सामरिक और गोपनीय सूचनाएं पाकिस्तान भेजने के आरोप में पंजाब के फिरोजपुर निवासी प्रकाश सिंह उर्फ बादल को श्रीगंगानगर से गिरफ्तार किया है।
अधिकारियों के अनुसार आरोपी सोशल मीडिया के माध्यम से सीधे पाकिस्तानी गुप्तचर एजेंसी ISI के संपर्क में था और वह भारतीय सेना से संबंधित अहम सूचनाएं एकत्र कर पाकिस्तान स्थित अपने आकाओं तक पहुंचाता रहा। सीआईडी ने युवक को हिरासत में लेकर उससे लगातार पूछताछ की, जिसमें सामने आया कि उसके मोबाइल पर विदेशी और पाकिस्तानी व्हॉट्सऐप नंबरों से लगातार संवाद हो रहा था।
सोशल मीडिया के जरिए ISI के संपर्क में
खुफिया विभाग के महानिरीक्षक प्रफुल्ल कुमार ने बताया कि CID लंबे समय से पाकिस्तानी एजेंसियों की गतिविधियों की निगरानी कर रही थी। इसी दौरान पता चला कि प्रकाश सिंह उर्फ बादल राजस्थान, पंजाब और गुजरात के सीमावर्ती इलाकों से सैन्य जानकारी जुटा (CID Espionage Arrest) रहा है।
सैन्य और सामरिक सूचनाएं भेजने का आरोप
जांच में यह भी सामने आया कि वह ऑपरेशन ‘सिंदूर’ के समय से ही ISI के संपर्क में था। उसे 27 नवंबर को श्रीगंगानगर के साधुवाली सैन्य क्षेत्र के आसपास संदिग्ध हालात में देखा गया, जिसके बाद खुफिया टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उसे हिरासत में लिया। प्रारंभिक जांच में उसके फोन से कई विदेशी नंबरों और पाकिस्तानी एजेंटों से नियमित बातचीत के प्रमाण मिले।
पूछताछ में पता चला कि आरोपी भारतीय सेना के वाहनों की मूवमेंट, सैन्य प्रतिष्ठानों, सीमावर्ती इलाकों की भौगोलिक स्थिति, पुलों, सड़कों, रेलवे लाइनों, नए निर्माण कार्यों जैसी जानकारी नियमित रूप से पाकिस्तान भेज रहा था। ISI की मांग के अनुसार वह समय-समय पर संवेदनशील स्थानों की तस्वीरें और वीडियो भी साझा करता था।
जासूसी के बदले मिलती थी रकम
CID अधिकारियों ने खुलासा किया कि प्रकाश सिंह जासूसी के साथ-साथ एक और गंभीर गतिविधि में शामिल था। वह विदेशी एजेंटों के कहने पर भारतीय नागरिकों के नाम पर जारी मोबाइल नंबरों के OTP पकड़े हुए पाकिस्तानी एजेंटों को भेजता था। इन OTP के आधार (CID Espionage Arrest) पर पाकिस्तान से संचालित एजेंट भारतीय मोबाइल नंबरों पर व्हॉट्सऐप सक्रिय करके जासूसी और विभिन्न अवैध गतिविधियों को अंजाम देते थे। इस काम के बदले आरोपी को नियमित भुगतान किया जाता था।
आरोपी को जयपुर लाकर की जा रही पूछताछ
गिरफ्तारी के बाद आरोपी को जयपुर स्थित केंद्रीय पूछताछ केंद्र लाया गया, जहां कई खुफिया एजेंसियों ने उससे घंटों पूछताछ की। मोबाइल के तकनीकी विश्लेषण में भी उसके पाकिस्तान से संपर्क और सैन्य गोपनीय सूचनाएं साझा करने के प्रमाण मिले। अधिकारी बताते हैं कि प्रकाश सिंह (34) के खिलाफ शासकीय गुप्त बात अधिनियम 1923 के तहत मामला दर्ज कर औपचारिक रूप से उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
