सीजी भास्कर, 2 अप्रैल। आरटीओ RTO के पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा की जमानत का विरोध और मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कांग्रेस ने उज्जैन में विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान सीएम डॉ. मोहन यादव का पुतला जलाने को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प हो गई।
आरोप है कि प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने सरपंच जीवन मालवीय की पिटाई कर दी। घायल सरपंच जीवन मालवीय ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उनके साथ मारपीट की।
सौरभ शर्मा मामले में कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि इतने बड़े भ्रष्टाचारी को जमानत मिलना, इसमें सरकार की मिलीभगत दिखाई देती है।
पुलिस और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में झड़प बता दें कि भोपाल में आरटीओ के पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा और उसके साथियों को जमानत मिल गई है। लोकायुक्त ने कोर्ट में अब तक उनके खिलाफ चार्ज शीट पेश नहीं की है।
आरोपियों को जमानत मिलने के बाद प्रदेश कांग्रेस की ओर से किए गए आव्हान पर बुधवार दोपहर को उज्जैन में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने क्षीर सागर स्थित कांग्रेस कार्यालय पर भाजपा और सीएम का पुतला जलाया। इस दौरान पुलिस और कांग्रेसी आपस में भीड़ गए।
कांग्रेस के इस प्रदर्शन को लेकर पुलिस ने बेरिकेडिंग कर सभी ओर से रास्ते बंद कर दिए थे। एक फायर फाइटर समेत फायर ईस्टंगिशर और भारी पुलिस बल तैनात किया गया था।
प्रदर्शन में कांग्रेस समर्थित सरपंच की पिटाई कांग्रेस कार्यालय में एकत्रित हुए विधायक महेश परमार, मुकेश भाटी, किसान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष धर्मेंद्र चौहान, ललित मीणा सहित कांग्रेस के अन्य नेता की मौजदूगी में प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई। इस बीच उन्हेल के पास बड़लाई के सरपंच जीवन मालवीय पुतला लेकर पहुंचे और उन्होंने उसमे आग लगा दी।
पुलिस ने पुतला छीनने की कोशिश की, लेकिन तब तक पुतले में आग लग चुकी थी। हालांकि पुलिस ने उसे पूरा जलने नहीं दिया। इस बीच पुतला छीन रही पुलिस ने सरपंच को जमकर पीट दिया। सरपंच को पीटता देख कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उसे पुलिस से बचाया।
सरकार पर भ्रष्टाचारी को संरक्षण का आरोप कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि प्रदेश में जिस तरह से परिवहन घोटाला हुआ है, उसमें लोकायुक्त और शासन ने सरकार का पक्ष तक नहीं रखा। इसमें तत्कालीन मंत्री से लेकर वर्तमान मुख्यमंत्री तक सभी शामिल हैं। सौरभ शर्मा को जमानत क्यों मिल गई, जबकि एक तरफ किलो में सोना और करोड़ों रुपए बरामद हुए। लोकायुक्त और भाजपा सरकार सौरभ शर्मा को संरक्षण दे रही है। विपक्ष पूरे प्रदेश में इस मिलीभगत के खिलाफ प्रदर्शन कर इसे उजागर कर रहा है।