सीजी भास्कर, 5 सितम्बर |
रायपुर। राजधानी रायपुर के लाखे नगर इलाके में गणेश उत्सव के दौरान बड़ा विवाद खड़ा हो गया। एक गणेश पंडाल में देर रात फिल्मी और अशोभनीय गाने बजाए जाने की शिकायत के बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया।
हिंदू संगठनों ने पंडाल के बाहर जमकर विरोध प्रदर्शन किया, भजन-कीर्तन गाकर नाराजगी जताई और भगवान की प्रतिमा को ढकने के बाद ही भीड़ शांत हुई।
प्रदर्शन और पुलिस की मौजूदगी
विवाद बढ़ने पर इलाके में जाम की स्थिति बन गई। दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। हालात काबू में रखने के लिए पुलिस ने 12 थानों के अधिकारियों और बड़ी संख्या में बल को तैनात किया। स्थिति बिगड़ने पर हल्का बल प्रयोग भी किया गया। करीब चार घंटे चले हंगामे के बाद माहौल शांत हुआ।
संगठन का आरोप
हिंदू संगठनों का कहना है कि पंडाल में देर रात भक्ति माहौल की जगह आइटम सॉन्ग और डांस प्रोग्राम किए गए। उन्होंने आरोप लगाया कि समिति को पहले ही भगवान की मूल प्रतिमा स्वरूप में स्थापना करने के लिए कहा गया था, लेकिन इसे नजरअंदाज कर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाई गई।
FIR और कार्रवाई
हंगामे के बाद पुलिस ने गणेश उत्सव समिति के सदस्यों पर केस दर्ज किया। शिकायतकर्ताओं ने कहा कि रात करीब 2:18 बजे पंडाल में फिल्मी और अभद्र गीत बजाकर डांस कराया गया।
इस दौरान भीड़ में मौजूद बजरंग दल और अन्य संगठनों के कार्यकर्ता लगातार भजन गाते रहे और पंडाल की लाइट बंद करवा दी गई।
पुजारी की प्रतिक्रिया
नील कंठेश्वर मंदिर के पुजारी ने इस घटना को सनातन धर्म का अपमान बताया। उन्होंने कहा कि संगठन ने पहले ही ज्ञापन देकर आपत्ति जताई थी, लेकिन इसे गंभीरता से नहीं लिया गया। यही कारण है कि विवाद ने बड़ा रूप ले लिया।
श्रद्धालु लगातार पहुंचते रहे
तनाव के बीच भी भक्त गणपति के दर्शन के लिए आते रहे। कई श्रद्धालु प्रतिमा की तस्वीरें खींचते रहे और पंडाल परिसर में धार्मिक माहौल बनाए रखने की कोशिश करते रहे।